वाशिंगटन
वैज्ञानिकों ने ऐसी चौंकाने वाली खोज की है जो उम्र बढ़ने को समझने और रोकने की दिशा में क्रांतिकारी कदम साबित हो सकती है। नई स्टडी में पता चला है कि व्यायाम पूरे शरीर में एक एंटी-एजिंग प्रक्रिया शुरू करता है—और शोधकर्ताओं ने यह भी पहचान लिया है कि यह कैसे होता है और किस प्रकार एक साधारण-सी गोली इस असर की नकल कर सकती है।
अमेरिका और चीन के शोधकर्ताओं की टीम ने पता लगाया है कि बीटेन (Betaine) नामक एक छोटा-सा अणु, जिसे किडनी व्यायाम के दौरान बनाती है, शरीर में वही लाभ देता है जो लंबे समय तक एक्सरसाइज करने से मिलते हैं। इससे दिमाग बेहतर काम करता है, सूजन कम होती है और प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत बनता है।
अध्ययन में शामिल स्वयंसेवकों को आराम की स्थिति, तेज़ वर्कआउट और लगातार ट्रेनिंग के दौरान जांचा गया। इससे पता चला कि व्यायाम के दौरान किडनी शरीर का ‘गुप्त नियंत्रण केंद्र’ बन जाती है और बड़े पैमाने पर बीटेन नामक मॉलिक्यूल पूरे शरीर में भेजती है।
यह मॉलिक्यूल:
कोशिकाओं को युवा बनाए रखता है
सूजन को शांत करता है
प्रतिरक्षा तंत्र को रीफ़्रेश करता है
शरीर की आंतरिक केमिस्ट्री को संतुलन में लाता है
और दिलचस्प बात यह कि बीटेन को सीधे गोली के रूप में देने पर भी वही फायदे दिखाई दिए जो लंबी अवधि तक वर्कआउट करने पर मिलते हैं।
अध्ययन में 13 स्वस्थ पुरुषों को छह वर्षों तक फॉलो किया गया। वैज्ञानिकों ने जीन, प्रोटीन, मेटाबॉलाइट और आंतों के बैक्टीरिया तक हर स्तर पर विश्लेषण किया। तुलना इन स्थितियों के बीच की गई:
आराम के समय
5 किमी की तेज़ दौड़ के बाद
25 दिनों की ट्रेनिंग के बाद
शोध ने उस सवाल का भी जवाब दिया जिसे विशेषज्ञ “एक्सरसाइज पैराडॉक्स” कहते हैं:
एक दिन की तीव्र व्यायाम शरीर में तनाव और हल्की सूजन पैदा करता है
लेकिन लगातार प्रशिक्षण शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है
वैज्ञानिकों के अनुसार, इसके पीछे किडनी–बीटेन सिस्टम काम करता है, जो शरीर को धीरे-धीरे संतुलन में लाता है और एजिंग को धीमा करता है।
बीटेन शरीर में TBK1 नामक एंज़ाइम को ब्लॉक करता है, जो क्रॉनिक इंफ्लेमेशन (लंबी सूजन) का बड़ा कारण है।
इससे यह प्रक्रियाएँ शांत होती हैं:
IRF3
NF-kB
Inflammaging (उम्र से जुड़ी लगातार सूजन)
शोधकर्ताओं के अनुसार यह खोज कई बीमारियों, बुढ़ापे और प्रतिरक्षा क्षमता में कमी को समझने में नई दिशा देती है।
शोधकर्ता डॉ. लियू गुआंग-हुई कहते हैं:“यह अध्ययन ‘एक्सरसाइज इज़ मेडिसिन’ के मायने बदलता है। बीटेन उन लोगों के लिए उम्मीद है जो नियमित व्यायाम नहीं कर पाते।”
डॉ. लियू का कहना है कि यह खोज शरीर के कई अंगों को एक साथ बेहतर करने वाला नया तरीका देती है और जेरो-प्रोटेक्टिव (उम्र घटाने वाले) उपचारों की दिशा में रास्ता खोलती है।