नई दिल्ली
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि भारत ने एचआईवी संक्रमण के नए मामलों और एड्स से संबंधित मौतों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की है, और यह गिरावट वैश्विक औसत से भी अधिक है। नड्डा विज्ञान भवन में आयोजित विश्व एड्स दिवस के राष्ट्रीय समारोह में बोल रहे थे, जहाँ उन्होंने भारत की ओर से एड्स उन्मूलन के प्रयासों को तेज़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा कि विश्व एड्स दिवस न केवल उपलब्धियों की समीक्षा करने का अवसर है, बल्कि भविष्य के लिए अधिक प्रभावी रणनीतियाँ तैयार करने का भी महत्वपूर्ण दिन है। नड्डा ने बताया कि राष्ट्रीय एड्स एवं यौन संचारित रोग (STD) नियंत्रण कार्यक्रम के तहत भारत ने लगातार मजबूत प्रगति की है और सरकार की HIV प्रतिक्रिया पूरी तरह अधिकार-आधारित और समावेशी मॉडल पर आधारित है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश का एचआईवी-एसटीडी कार्यक्रम लगातार सकारात्मक परिणाम दे रहा है, जिसका प्रमाण नए संक्रमणों में गिरावट, मृत्यु दर में कमी और स्वास्थ्य सेवाओं तक बढ़ती पहुँच में दिखाई देता है।
नड्डा के अनुसार, 2010 से 2024 के बीच—
एचआईवी संक्रमण के नए मामलों में 48.7% की कमी,
एड्स से संबंधित मौतों में 81.4% की गिरावट,
और मां से बच्चे में संक्रमण फैलने के मामलों में 74.6% की कमी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि एचआईवी जांच कवरेज भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है—
2020-21 के 4.13 करोड़ परीक्षणों से बढ़कर 2024-25 में यह संख्या 6.62 करोड़ तक पहुँच गई।
वहीं, उपचाराधीन एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 14.94 लाख से बढ़कर 18.60 लाख हो गई है।
नड्डा ने यह भी रेखांकित किया कि भारत ने एचआईवी के नए मामलों में 35% की गिरावट हासिल की है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह औसत 32% है। इसी तरह, एचआईवी से संबंधित मौतों में देश ने 69% की कमी दर्ज की है, जो कि वैश्विक गिरावट (37%) से कहीं अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि भारत एड्स उन्मूलन के लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है और सरकार इस दिशा में सभी आवश्यक कदम मजबूत रूप से आगे बढ़ाती रहेगी।