आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
डिजिटल स्पेस में बढ़ते टेक्नोलॉजी-फैसिलिटेटेड जेंडर-बेस्ड वायलेंस (TFGBV) के खतरे से निपटने के लिए Girl Effect India ने शनिवार को एक महत्वाकांक्षी पहल “CTRL+SHIFT+RESPECT” की शुरुआत की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों और युवतियों के लिए ऑनलाइन दुनिया को सुरक्षित, सशक्त और सम्मानजनक बनाना है.
हालिया शोध के अनुसार भारत की लगभग 54.8% महिलाएं किसी न किसी रूप में तकनीक से जुड़ी लैंगिक हिंसा का सामना कर चुकी हैं. इनमें सबसे आम मामले साइबरस्टॉकिंग (61.77%) और इम्परसनेशन यानी किसी और की पहचान बनाकर धोखाधड़ी (61.02%) के हैं. इसके गंभीर परिणाम मानसिक स्वास्थ्य पर पड़े हैं. करीब 65% पीड़िताओं ने अवसाद, चिंता और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का भय झेलने की बात कही. करियर रुकना, सामाजिक अलगाव और प्रतिष्ठा को नुकसान भी इस हिंसा के अन्य प्रभाव हैं.
Girl Effect India की कंट्री डायरेक्टर कविता अय्यागारी ने लॉन्च के मौके पर कहा, “जैसे-जैसे हमारी दुनिया डिजिटल हो रही है, वैसे-वैसे नुकसान पहुंचाने के नए रास्ते भी खुल रहे हैं. तकनीक जहां जोड़ने, सशक्त बनाने और शिक्षा देने का काम करती है, वहीं इसका दुरुपयोग कर लड़कियों और महिलाओं को ऑनलाइन ट्रोल करने, बदनाम करने और हिंसा का शिकार बनाने का सिलसिला भी तेज हो रहा है. CTRL+SHIFT+RESPECT युवाओं द्वारा संचालित कार्यक्रम है जो ऑनलाइन दुरुपयोग और TFGBV को चुनौती देता है.
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सिर्फ लड़कियों को डिजिटल साक्षरता और अधिकारों की जानकारी देना नहीं है, बल्कि इसमें लड़कों, माता-पिता और शिक्षकों को भी शामिल कर मानसिकता बदलने पर जोर दिया गया है. साथ ही सरकारी एजेंसियों, नागरिक संगठनों और सामुदायिक नेताओं के सहयोग से पीड़िताओं के लिए मजबूत सपोर्ट सिस्टम बनाने की योजना है.