25 साल का ‘KBC’: अमिताभ बच्चन ने पहले एपिसोड को किया याद

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 03-07-2025
25 years of 'KBC': Amitabh Bachchan remembers the first episode
25 years of 'KBC': Amitabh Bachchan remembers the first episode

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

टीवी इतिहास के सबसे चर्चित और प्रिय क्विज़ शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) ने 3 जुलाई 2025 को अपने 25 साल पूरे कर लिए। इस ऐतिहासिक मौके पर शो के होस्ट और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भावुक हो गए। उन्होंने न सिर्फ सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं साझा कीं, बल्कि अपने ब्लॉग में भी इस लंबी यात्रा को याद किया.
 
‘केबीसी’ की शुरुआत 3 जुलाई 2000 को हुई थी। यह शो भारतीय दर्शकों के बीच तुरंत लोकप्रिय हो गया और धीरे-धीरे टीवी की दुनिया में एक प्रतिष्ठित पहचान बन गया.अमिताभ बच्चन, जो उस समय एक कठिन दौर से गुजर रहे थे, ने इसी शो के जरिए छोटे पर्दे पर कदम रखा और उनकी जिंदगी को एक नई दिशा मिली.
 
81 वर्षीय बच्चन ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में लिखा– “T 5430 – आज, 3 जुलाई 2025, जब मैं इस साल के केबीसी सीजन की तैयारी कर रहा हूं, टीम ने मुझे याद दिलाया कि 3 जुलाई 2000 को केबीसी का पहला एपिसोड टेलीकास्ट हुआ था। 25 साल! केबीसी का जीवन!”
 
इतना ही नहीं, अपने ब्लॉग में भी बिग बी ने यह बताया कि दिन सामान्य रूप से शुरू हुआ था और उन्हें इस मील के पत्थर का अहसास तब हुआ जब टीम ने उन्हें इस बारे में जानकारी दी.
 
 
 
उन्होंने लिखा–“जल्दी सो जाओ, काम पर जाना है; काम भी जल्दी आरंभ होगा, समय पे जाना है। शूटिंग के लिए निकला, केबीसी की तैयारी के लिए। आज, 3 जुलाई 2025, शाम 5:30 बजे। पता ही नहीं था कि 25 साल हो गए हैं. टीम ने बताया कि आज ही के दिन, 3 जुलाई 2000 को, पहला एपिसोड टेलीकास्ट हुआ था। अच्छम्भा! 25 साल... यूं ही बीत गए... कुछ पता ही नहीं चला.”
 
शो की शुरुआत ब्रिटिश गेम शो 'Who Wants to Be a Millionaire?' के भारतीय संस्करण के रूप में हुई थी. ‘केबीसी’ केवल एक क्विज़ शो नहीं रहा, यह भावनाओं, संघर्षों और उम्मीदों का मंच बन गया. देशभर से आए प्रतियोगियों की कहानियों और अमिताभ बच्चन की मशहूर लाइन “लॉक किया जाए?” ने इसे एक सांस्कृतिक प्रतीक बना दिया.
 
इन 25 वर्षों में शो ने कई बदलाव देखे, कुछ सीज़न में नए होस्ट भी आए, लेकिन दर्शकों के लिए इसका असली चेहरा हमेशा बच्चन साहब ही रहे. उनके संजीदा अंदाज़, गरिमामय भाषा और आत्मीय व्यवहार ने ‘केबीसी’ को सिर्फ एक शो नहीं, बल्कि एक भावना बना दिया.