नई दिल्ली
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान तीन दशक से भी अधिक समय से हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े चेहरों में से एक रहे हैं। उनकी फिल्मों ने अनगिनत बार बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया है, और एक समय ऐसा भी था जब सिर्फ सलमान की मौजूदगी ही किसी फिल्म की सफलता की गारंटी मानी जाती थी। लेकिन हाल के दिनों में अभिनेता अपने निजी जीवन और भावनाओं को लेकर पहले से कहीं अधिक खुलकर बोल रहे हैं।
कुछ समय पहले सलमान ने यह स्वीकार किया था कि पिछले 25 वर्षों में उनके जीवन में गहरा अकेलापन बढ़ा है और उन्होंने कई दोस्त खो दिए हैं। अब उन्होंने हैरान कर देने वाला बयान देते हुए अपनी अभिनय क्षमता पर ही सवाल उठा दिया।
सलमान ने कहा,"मैं बिल्कुल भी अभिनय नहीं कर सकता। इतने वर्षों बाद भी मैं इसे सीख नहीं पाया। मैं बस वही करता हूँ जो उस पल मुझे महसूस होता है।"यह बात उन लोगों को चौंकाती है जो 'तेरे नाम' में उनके दर्द, 'हम दिल दे चुके सनम' में उनकी भावनाओं या 'ताराप ताराप के' जैसे दृश्यों में उनके रोने पर खुद भी रो पड़े थे।
इसके बावजूद सलमान का मानना है कि पर्दे पर उनका रोना प्रभावी नहीं होता।उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि जब मैं रोता हूँ तो लोग मुझ पर हँसते हैं।"हालाँकि दर्शक और समीक्षक इस बात से सहमत नहीं हैं। उनके मुताबिक सलमान के भावुक दृश्य हमेशा से दर्शकों के दिलों तक पहुँचे हैं और उन्होंने करोड़ों लोगों की आँखें नम की हैं।