स्टैंड अप कॉमेडी में सबसे ज्यादा मेहनत लगती है जो नहीं हो रही: रत्ना पाठक शाह

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
रत्ना पाठक शाह
रत्ना पाठक शाह

 

 
मलिक असगर हाशमी,/ नई दिल्ली

फिल्मों में अपने कॉमिक टाइमिंग के लिए मशहूर रत्ना पाठक शाह ने टीवी और फिल्मों कॉमेडी के स्तर को लेकर गंभीर आलोचना की है. उन्हांेने टीवी और सोशल मीडिया पर चलने कॉमेडी शो की ओर इशारा करते हुए कहा कि स्टैंडअप कॉमेडी को लेकर जितनी मेहनत होनी चाहिए नहीं हो रही है.

रत्ना पाठक शाह  जश्न ए रेख्ता के एक कार्यक्रम में बोल रही थीं. इस कार्यक्रम में उनके पति और वेटरन एक्टर नसीरुद्दीन शाह भी मौजूद थे.नसीर ने भी मौजूदा फिल्मों में दिखाए जा रहे हास्य पर चिंता प्रकट की.
 
रत्ना पाठक शाह ने कहा कि हास्य-व्यंग के नाम पर सोसायटी का मजाक उड़ाया जा रहा है. पिछले 75 वर्षों से फिल्में में यही कर रहा हैं. उन्हांेने कहा कि सोसायटी का नहीं अपना मजाक उड़ाएं.
 
रत्ना पाठक शाह ने कहा कि हास्य-व्यंग के नाम पर लोअर दर्जे का काम हो रहा है. इसके लिए मेहनत लगती है, जो नहीं की जा रही है. रत्ना ने कहा कि स्टेज से बैड जोकर बोले जा रहे हैं, फिर भी विरोध नहीं किया जा रहा है.
 
उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में हास्य-व्यंग पर चंद ही अच्छी फिल्में बनी हैं, बाकी वही सब कुछ 75 साल से एक जैसा दिखाया जा रहा है. पहले पारसी, पंजाबी, ईसाई का मजाक उड़ाते थे और मुसलमान अच्छी भूमिका दिखाते हुए फिल्म के अंत में मर जाता था. अब उल्टा हो रहा है. मगर हो वही पुराना रहा है.
 
उन्होंने कहा कि फिल्मों में मोटी औरत,दुबला मर्द दिखाना यह कोई कॉमेडी है. उन्होंने कहा कि दूसरों पर हंसना नेशनल कॉमेडी बन गई है.उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कौन कहता है कि बॉलीवुड में दुनिया की अच्छी फिल्में बन रही हैं.
 
पूरी दुनिया में देखी जा रही हैं. हिंदुस्तानी खाना तो पूरे दुनिया में खाया जा सकता है, पर बॉलीवुड की फिल्में पूरी दुनिया में देखी जा रही हैं, मैं ऐसा मैं नहीं मानतीं.