आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
लोकप्रिय टीवी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ भले ही 17 साल पूरे कर चुका हो और टीआरपी चार्ट में टॉप पर बना हो, लेकिन इन दिनों शो की कामयाबी से ज़्यादा इसके निर्माता असित मोदी पर लगे गंभीर आरोप सुर्खियों में हैं। शो में मिसेज रोशन सोढ़ी का किरदार निभा चुकीं एक्ट्रेस जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल ने कुछ समय पहले असित मोदी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। अब उन्होंने मीडिया के सामने उस घटना की पूरी जानकारी साझा की है, जिससे एक बार फिर मनोरंजन जगत में सनसनी फैल गई है.
जेनिफर का कहना है कि एक दिन शूटिंग के दौरान असित मोदी ने आपत्तिजनक तरीके से कहा— "क्या मैं तुम्हें पकड़कर Kiss कर लूं?" यह सुनकर वह स्तब्ध रह गईं और इस बात को वहीं खत्म करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें लगातार मानसिक प्रताड़ना और अपमान का सामना करना पड़ा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस व्यवहार का विरोध किया, तो उन्हें शो से निकाल दिया गया. जेनिफर ने कहा, “मुझे मेरे आत्मसम्मान की कीमत पर काम नहीं चाहिए था। मैंने चुप रहने के बजाय आवाज़ उठाई. इस पूरे मामले पर शो की मशहूर एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता, जो ‘बबीता जी’ के किरदार के लिए जानी जाती हैं, ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बिना नाम लिए असित मोदी को आड़े हाथों लेते हुए सोशल मीडिया पर लिखा:
“अगर कोई महिला अपनी अस्मिता के लिए बोल रही है तो उसे नजरअंदाज मत कीजिए। इंडस्ट्री में ऐसे लोग अब और बर्दाश्त नहीं होंगे. हालांकि इस विवाद पर असित मोदी की टीम की ओर से पहले इन आरोपों को झूठा और निराधार बताया गया था, लेकिन अब जेनिफर द्वारा खुलकर घटना का ब्यौरा देने के बाद यह मामला और गहरा होता नजर आ रहा है.
शो से जुड़े कई पूर्व कलाकार भी इस विषय पर बोल चुके हैं. शैलेश लोढ़ा, नीरज भाटिया और प्रिया आहूजा जैसे नाम भी प्रोड्यूसर के व्यवहार पर सवाल उठा चुके हैं. दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय यह शो, अब अपने मेकर्स की वजह से विवादों में घिरा हुआ है, जो इसकी छवि को नुकसान पहुंचा सकता है.
जहां एक ओर दर्शक सालों से इस शो को परिवार के साथ देखने लायक मनोरंजन मानते हैं, वहीं अब यह शो कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बहस का केंद्र बन गया है.
अब देखना यह होगा कि टीवी इंडस्ट्री और कानून व्यवस्था इस मामले को कैसे संभालते हैं और क्या जेनिफर मिस्त्री को न्याय मिल पाएगा, या यह मामला भी बाकी मामलों की तरह धीरे-धीरे भुला दिया जाएगा.