आवाज़ द वॉयस / अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में जुलाई का महीना शुरू होते ही कई अहम प्रशासनिक बदलाव हुए हैं. विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में नए अध्यक्षों और समन्वयकों की नियुक्ति की गई है. यह पहली बार है जब जुलाई की शुरुआत में इतने बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल हुआ है.
एएमयू के पौध संरक्षण विभाग की कमान अब प्रोफेसर रईसउल्लाह खान को सौंपी गई है. उन्हें 1 जुलाई 2025 से 1 मई 2027 तक के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया है, जो उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि भी है.
प्रो. खान पादप रोग विज्ञान (Plant Pathology) के विशेषज्ञ हैं और उनके पास 23 वर्षों से अधिक का शिक्षण और शोध अनुभव है. उनका शोध कार्य मुख्य रूप से दलहनी फसलों और तिलहन ब्रैसिकास को प्रभावित करने वाले मृदा जनित कवक रोगों तथा उनके पर्यावरण-अनुकूल प्रबंधन पर केंद्रित रहा है.
उन्होंने आर्बुस्कुलर माइकोराइजल कवक और अन्य राइजोस्फेरिक सूक्ष्मजीवों पर भी गहन अध्ययन किया है. अब तक वे 23 शोध पत्र, एक पुस्तक अध्याय, कई शोध रिपोर्टें और 40 से अधिक सम्मेलन प्रस्तुतियाँ दे चुके हैं.
इसी तरह, वाणिज्य विभाग के नए अध्यक्ष के रूप में प्रोफेसर मोहम्मद आसिफ खान की नियुक्ति की गई है. उन्हें 1 जुलाई 2025 से आगामी तीन वर्षों के लिए यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.
प्रो. खान अंतरराष्ट्रीय व्यापार, विपणन प्रबंधन, उद्यमिता और मानव संसाधन प्रबंधन जैसे विषयों के विशेषज्ञ हैं. उन्हें शिक्षण, अनुसंधान और विश्वविद्यालय प्रशासन का 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है.
वे अब तक 15 पीएचडी शोधार्थियों और कई पोस्टडॉक्टरल फेलोज़ का मार्गदर्शन कर चुके हैं. उन्होंने तीन पुस्तकें, पांच पुस्तक अध्याय और 28 से अधिक शोध लेख प्रकाशित किए हैं.
वर्तमान में वह वाणिज्य संकाय के डीन, व्यावसायिक अध्ययन केंद्र (CPS) के निदेशक और कार्य व कैरियर परामर्श केंद्र के प्रमुख के रूप में भी कार्यरत हैं. साथ ही वे विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद, शैक्षणिक परिषद और न्यायालय जैसे प्रमुख निकायों का भी हिस्सा रहे हैं.
इसके अलावा, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद दानिश को विश्वविद्यालय के खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र का समन्वयक नियुक्त किया गया है.
यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से एक वर्ष के लिए या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी. प्रो. दानिश ने आईआईटी रुड़की से पीएचडी और एम.टेक किया है, जबकि बी.टेक की पढ़ाई उन्होंने एएमयू से ही वर्ष 1999 में पूरी की थी.
उन्हें केमिकल इंजीनियरिंग में दो दशकों से अधिक का अनुभव है और उन्होंने प्रक्रिया मॉडलिंग, सिमुलेशन और अवशोषण प्रौद्योगिकी पर गहन शोध किया है. उनके नाम 35 से अधिक शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं.
उनका शोध मुख्य रूप से रासायनिक इंजीनियरिंग की समस्याओं के विश्लेषणात्मक समाधान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से प्रक्रिया अनुकूलन पर केंद्रित है.
उन्होंने अलीगढ़ स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत पर्यावरण-अनुकूल दाह संस्कार प्रणाली से जुड़ी परियोजना में सह-प्रमुख अन्वेषक के रूप में भी कार्य किया है. साथ ही वे कई अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं के लिए सक्रिय समीक्षक भी हैं.
इन नियुक्तियों के साथ एएमयू के प्रशासनिक ढांचे में नई ऊर्जा और दिशा की उम्मीद जताई जा रही है.