नई दिल्ली |
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (MMTTC) ने उच्च शिक्षा में नव-नियुक्त शिक्षकों के लिए आयोजित अपना 20वां एक माह का फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम (FIP) सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है। यह कार्यक्रम 1 से 29 दिसंबर 2025 तक ऑफलाइन मोड में आयोजित किया गया और इसे गुरुदक्षता दिशानिर्देशों तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की भावना के अनुरूप डिज़ाइन किया गया था।
कार्यक्रम का उद्देश्य नव-नियुक्त शिक्षकों को शैक्षणिक, नैतिक और पेशेवर दक्षताओं से लैस करना तथा उन्हें चिंतनशील और उत्तरदायी शिक्षाविद के रूप में विकसित करना था। इस दौरान देशभर से आए प्रख्यात शिक्षाविदों, नीति विशेषज्ञों और अकादमिक नेतृत्वकर्ताओं द्वारा 96 विशेषज्ञ सत्र आयोजित किए गए। कार्यक्रम में सार्वजनिक और निजी उच्च शिक्षण संस्थानों से विभिन्न विषयों के नव-नियुक्त फैकल्टी सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस कार्यक्रम का समन्वय प्रो. भारती शर्मा और डॉ. आफ़ाक़ नदीम ख़ान ने किया, जबकि इसके सफल संचालन का नेतृत्व प्रो. कुलविंदर कौर, मानद निदेशक, MMTTC-JMI ने किया।
कार्यक्रम में जामिया, दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, इग्नू, एएमयू, MANUU सहित कई केंद्रीय, राज्य और निजी विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों ने उच्च शिक्षा नीति, पाठ्यक्रम डिज़ाइन, शोध नैतिकता, डिजिटल पेडागॉजी, तकनीक-सक्षम शिक्षण, सतत विकास लक्ष्य (SDGs) और पेशेवर विकास जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए।
उद्घाटन सत्र में प्रो. अनीता रस्तोगी ने भारतीय और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में उच्च शिक्षा पर विचार प्रस्तुत किए। वहीं समापन (वैलेडिक्टरी) सत्र में जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मेहताब आलम रिज़वी ने लोकतंत्र और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका पर विचार रखते हुए NEP-2020 के प्रमुख बिंदुओं—भारतीय ज्ञान परंपरा और क्षेत्रीय भाषाओं—पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंतिम सप्ताह में प्रतिभागियों ने विषय-आधारित प्रस्तुतियां दीं और मूल्यांकन हेतु MCQ आधारित परीक्षा आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की संरचना, विषयवस्तु और आयोजन टीम की सराहना की। प्रमाणपत्र वितरण और धन्यवाद ज्ञापन के साथ यह शैक्षणिक कार्यक्रम औपचारिक रूप से संपन्न हुआ।






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