तीन बच्चों की मां जम्मू-कश्मीर की सबरीना खालिक ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में कैसे किया टॉप ?

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 16-09-2022
जानिए, तीन बच्चों की मां जम्मू-कश्मीर की सबरीना खालिक ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में कैसे किया टॉप ?
जानिए, तीन बच्चों की मां जम्मू-कश्मीर की सबरीना खालिक ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में कैसे किया टॉप ?

 

आवाज द वॉयस / श्रीनगर

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के गिलगाम इलाके की रहने वाली सबरीना खालिक ने 10वीं की निजी बोर्ड परीक्षा में टॉप किया है. तीन बच्चों की मां 10वीं की वार्षिक परीक्षा में टॉप कर शादीशुदा महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हैं.

सबरीना ने 500 में से 467 अंक हासिल किए हैं, जो पूरे कश्मीर घाटी में 93.4 प्रतिश और चार विषयों, गणित, उर्दू, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में ए ग्रेड के साथ सबसे अधिक है.
 
2012 में सबरीना ने 9वीं पास करने के बाद अगले साल शादी कर ली और घर के कामों में व्यस्त हो गई. सबरीना कहती हैं कि मेरे लिए पढ़ाई के लिए समय निकालना वाकई मुश्किल था, लेकिन मैंने तब पढ़ना शुरू किया जब मेरी दो बड़ी बेटियां स्कूल जाने लगीं.
 
दिन में कुछ घंटे पढ़ाई करती थीं और कठिन सवालों के लिए शाम को मैं उनसे समझ लेती थी. पढ़ाई के लिए यूट्यूब का उपयोग किया.उन्होंने कहा, अपने तीन नाबालिग बच्चों की देखभाल करते हुए अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करना कभी आसान नहीं था, लेकिन मैंने इस साल 10वीं की वार्षिक परीक्षा में बैठने की योजना बनाई.
 
शुरू में जो मैं पढ़ रही थी उसे याद रखना आसान नहीं था, लेकिन समय के साथ मैं चीजों को समझने में सक्षम हो गई. सबरीना कहती हैं, मेरे स्कूल के दिनों में, मैं अपनी कक्षा में सबसे होशियार हुआ करती थी, जिसने मुझे अच्छे अंक लाने के लिए प्रेरित किया.
 
मैं प्रथम स्थान प्राप्त करने को लेकर आश्वस्त नहीं थी, लेकिन टॉपर्स में होने का भाव था.सबरीना की दो बेटियां और एक बेटा है. बड़ी बेटी आठ साल की है और कक्षा दो में पढ़ती है.
 
सबरीना ने कहा कि वो दिन गए जब शादी के बाद महिलाओं ने पढ़ाई छोड़ देती थीं. अब परिदृश्य बदल गया है. मेरी सफलता निश्चित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए एक प्रकाशस्तंभ होगी.
 
सबरीना के पिता खलीक अहमद का कहना है कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसने शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और आज उसने अपने माता-पिता को मशहूर करा दिया. उसके ससुराल वालों के लिए भी गर्व की बात है कि उसके पति और परिवार ने अध्ययन के लिए उसे समय दिया. 
 
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि मेरी बेटी दूसरी लड़कियों के लिए मिसाल बनेगी. सबरीना ने कहा कि मेरे पति काफी खुश हैं और वह हमेशा मुझे किताबें पढ़ने का समय देते हैं और मुझ पर दबाव या परेशान नहीं करते हैं. सबरीना ने कहा कि मुझे अपने ससुराल वालों पर गर्व है कि उन्होंने मुझे पढ़ाई के लिए समय दिया.