राकेश चौरासिया
रंगों का त्योहार होली, खुशियों और उल्लास का प्रतीक, जो 24 मार्च की रात को होलिका दहन के साथ धूमधाम से मनाया जाएगा. इस त्योहार पर लोग रंगों से खेलते हैं, मिठाइयां बांटते हैं और एक दूसरे से गले मिलते हैं. यह त्योहार उच्छश्रंखला की अनुमति देता है. इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि होली क्या करें और क्या न करें?
क्या करें
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होली पर अक्सर पानी का अत्यधिक उपयोग होता है. पानी बचाने के लिए पिचकारी में कम पानी भरें और रंगों को गीले कपड़े से धोएं.
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सुरक्षा का ध्यान रखें. ज्वलनशील पदार्थों का सावधानी से प्रयोग करें. आंखों में रंग डालने से बचें और बच्चों की विशेष देखभाल करें.
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पर्यावरण का ध्यान रखें. प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें और प्लास्टिक पिचकारी का उपयोग न करें.
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जरूरतमंदों की मदद करें. गरीबों और जरूरतमंदों को मिठाई और कपड़े दान करें.
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सभी के साथ खुशियां बांटें. जाति, धर्म और लिंग के भेदभाव से ऊपर उठकर सभी के साथ खुशियां बांटें.
क्या न करें
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शराब और नशीली दवाओं का सेवन न करें. होली पर अक्सर शराब और नशीली दवाओं का सेवन बढ़ जाता है. इनसे बचें और अपने परिवार को भी बचाएं.
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अश्लील गाने और अभद्र भाषा का प्रयोग न करें और त्योहार को गरिमा और सम्मान के साथ मनाएं.
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जानवरों को परेशान न करें. जानवरों पर रंग न डालें और उन्हें त्योहार के उत्साह में परेशान न करें.
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गलत सूचनाएं न फैलाएं. सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाने से बचें.
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त्योहार के उत्साह में दूसरों को परेशान न करें और उनकी सहमति के बिना उन पर रंग न डालें.
होली का त्योहार खुशियों और प्रेम का प्रतीक है. आइए हम इस त्योहार को जिम्मेदारी और सावधानी के साथ मनाएं और एक दूसरे के साथ खुशियां बांटें.