पुलिसिया फर्ज और शेर—ओ—शायरी के साथ कदमताल कर रहे हैं मोहम्मद अली साहिल

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 30-12-2021
 मोहम्मद अली साहिल
मोहम्मद अली साहिल

 

एम मिश्र / लखनऊ
 
आमतौर पर खाकी को देख रौब गालिब करने वाली जमात की तस्वीर जेहन में उभरती है. लेकिन कानून लागू कराने वाली इस जमात के बीच में शामिल एक शख्स अपने फर्ज के साथ शौक शेर—ओ—शायरी के साथ बखूबी कदमताल करता नजर आता है. यह कोई और नहीं बल्कि यूपी पुलिस में तैनात मोहम्मद अली ‘साहिल’ हैं.
 
यूपी पुलिस में बतौर गोपनीय सहायक तैनात साहिल की पहचान एक फर्जपरस्त पुलिसवाले के साथ ही उम्दा शायर की भी है. संगीनों के साये और जुर्म—जरायम की दुनिया से लोहा लेने वाली पुलिस के बीच साहिल के नज्म और गजलें भी लोगों की जुबान पर हैं.
 
लखनऊ में गोपनीय सहायक मोहम्मद अली ‘साहिल’ अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन उत्तर प्रदेश में तैनात हैं. मोहम्मद अली ‘साहिल’ यूपी पुलिस में अलग पहचान रखते है.
 
इटावा के रहने वाले यूपी पुलिस में गोपनीय सहायक मोहम्मद अली ‘साहिल’ अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन उत्तर प्रदेश में तैनात है. वर्ष 1989 से पुलिस विभाग की सेवा में हैं.
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कानूनी फर्ज के साथ इनकी साहित्य के प्रति गहरी दिलचस्पी है. इन्हें पुलिस विभाग ने उनकी बेहतर सेवा को देखते हुए वर्ष 2005 में सराहनीय सेवा सम्मान तथा 2020 में उत्कृष्ट सेवा सम्मान से भी नवाजा. ‘साहिल’ राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर हैं.
 
वे दोहा, क़तर के अलावा कई अन्य देशों में भी मुशायरों व महफिलों की शान बन चुके हैं. देश में भी मुशायरों, कवि सम्मेलनों, महफिलों, आकाशवाणी, दूरदर्शन के कार्यक्रमों में भी उनकी मौजूदगी बनी हुई है.
 
मोहम्मद साहिल का पहला ग़ज़ल संग्रह पहला क़दम वर्ष 2012 में एवं दूसरा ग़ज़ल संग्रह किरदार वर्ष 2014 में प्रकाशित हो चुका है, जिसकी साहित्यप्रेमियों द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी है.
 
साथ ही फरवरी, 2018 में इनके वीडियो ग़ज़ल एल्बम -’तेरी सूरत’ की लांचिंग हुई तथा मशहूर म्यूजिक कम्पनी टी-सीरीज द्वारा अपने यू-टयूब चैनल पर इस एल्बम को लाॅच किया गया.
 
जन-मानस की संवेदनाओं को साफ-सुथरे ढंग से शायरी में ढालकर इन्होंने उसे लोगों तक पहुंचाया है तथा यह साहित्य के जरिये से समाज को जोड़ने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं.
 
पुलिस की नौकरी और शायरी दो मुखतलिफ राहों का सफर है फिर भी साहिल बखूबी इसको अंजाम दे रहे हैं. यह फिल्म राईटर्स एसोसियेषन के सदस्य भी हैं तथा वर्तमान में नौकरी के साथ समाज के कमजोर तबके की सेवा में भी सक्रिय हैं.
 
विश्व स्तरीय शायरी समेत विभिन्न कार्यक्रम में मोहम्मद अली साहिल को 40 से ज्यादा बार सम्मानित किया जा चुका है. अब तक मिले पुरुस्कारों में काव्यश्री सम्मान, युवा रत्न अवॉर्ड, जश्न-ए-ग़ज़ल, अवध गौरव सम्मान, कर्मयोगी सम्मान, अकबर इलाहाबादी एवार्ड, काव्य मनीषी सम्मान, साहित्य जवाहर सम्मान, ह्यूमन एवार्ड, युवा रत्न शिखर एवार्ड, फिराक़ गोरखपुरी सम्मान, सृजन स्वर्ण सम्मान, शान-ए-उत्तर प्रदेश सम्मान, रोटरी वल्र्ड पीस एवार्ड, यशस्वी सम्मान, समर्थ सम्मान, उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान जैसे अनेकों सम्मान/पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.