आवाज- द वॉयस/ श्रीनगर
महाशिवरात्रि का त्योहार देवाधिदेव शिव और माता पार्वती के विवाह का उत्सव है और पूरी दुनिया के इसे मनाया जाता है. लेकिन उत्सव ने कश्मीर के हिंदुओं और मुस्लिमों को नजदीक लाने में मदद की है.
अगर इस बार इस त्योहार पर कश्मीरी मुसलमानों द्वारा अपने हिंदू मित्रों को दी गए शुभकामनाओं के आधार पर कहा जाए तो यह और भी स्पष्ट नजर आता है. गौरतलब है कि कश्मीर में आतंकवाद के दौर की शुरुआत में ही कश्मीरी पंडित अपने पलायन के तीस साल से विस्थापितों का जीवन जी रहे हैं. इस साल सोशल मीडिया पर जिस तरह उनके मुस्लिम मित्रों ने उन्हें बधाई दी है, उससे साझेपन की एक नई दास्तान बनती दिख रही है.
इस दिन को कश्मीर में हेरात कहा जाता है और कश्मीरी पंडितों का यह सबसे बड़ा त्योहार है. इन परिवारों में भगवान शिव और माता पार्वती का सांकेतिक विवाह उत्सव मनाया जाता है और इसके बाद एक भोज होता है जिसमें अमूमन अपने मुस्लिम पड़ोसियों और मित्रों के लिए मांस या मछली के व्यंजन बनाए जाते हैं.
बाकी दुनिया में भले ही महाशिवरात्रि एक दिन का त्योहार हो पर कश्मीर में हेरात चार दिनों का त्योहार होता है, जिसकी शुरुआत घरों को साफ-सुथरा करने से होती है और ताश खेले जाते हैं. इसके साथ ही सीपियों से महिला और पुरुष और यहां तक कि बच्चे भी जुआ खेलते हैं.
इस साल श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर को रोशनियों से सजाया गया और इसके ड्रोन से लिए दृश्य सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए जा रहे हैं.
Shankaracharya Temple in Srinagar tonight on the occasion of Herath/Mahashivratri! #Herath #Srinagar #Mahashivratri pic.twitter.com/UycgUeKLNs
— Junaid Azim Mattu (@Junaid_Mattu) March 10, 2021
इस क्लिप के साथ श्रीनगर के मेयर जुनैद आजिम ने कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं जो वायरल हो गई हैं.
हेरात पर एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए लोग जज्बाती हो रहे हैं. मशहूर टीवी कलाकार और थियेटर कलाकार बशीर दादा ने कहा वह पिछले तीस साल से हेरात के उत्सव को मिस कर रहे थे. रेडियो जॉकी, स्टैंडअप कॉमिडियन, गृहणियां और यहां तक कि नौजवान भी, जो कभी भी कश्मीर की प्रसिद्ध समावेशी बसाहट में नहीं रहे, पंडितों को हेरात की शुभकामनाएं दे रहे हैं और उनकी प्रार्थनाओं में इन पंडितों के घर वापस आ जाने की दुआ भी है.
Herath Mubarak to our Kashmiri Pandit friends. You were, are and will remain an integral & equal part of https://t.co/VOhRq0NpGX's a special day for Kashmiri Pandits #Kashmir Valley has witnessed a snowfall on Herath.May this day bring peace & harmony back to the valley. pic.twitter.com/sRjhGXCFBk
— Wajahat Farooq Bhat (@Wajahatfarooqbt) February 13, 2018
एक युवा पत्रकार तारिक बट ने कश्मीरी पंडितों से पूछा है कि क्या वे अभी भी भिगोए अखरोट और मछली उसके लिए बचाकर रखते हैं.
जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कश्मीरी हिंदुओं को इस दिन की शुभकामनाएं दी हैं.