महाशिवरात्रि के त्योहार ने जोड़े कश्मीरी पंडितों और मुस्लिम कश्मीरियों के दिल

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 11-03-2021
महाशिवरात्रि का त्योहार कश्मीर में है खास
महाशिवरात्रि का त्योहार कश्मीर में है खास

 

आवाज- द वॉयस/ श्रीनगर

महाशिवरात्रि का त्योहार देवाधिदेव शिव और माता पार्वती के विवाह का उत्सव है और पूरी दुनिया के इसे मनाया जाता है. लेकिन उत्सव ने कश्मीर के हिंदुओं और मुस्लिमों को नजदीक लाने में मदद की है.

अगर इस बार इस त्योहार पर कश्मीरी मुसलमानों द्वारा अपने हिंदू मित्रों को दी गए शुभकामनाओं के आधार पर कहा जाए तो यह और भी स्पष्ट नजर आता है. गौरतलब है कि कश्मीर में आतंकवाद के दौर की शुरुआत में ही कश्मीरी पंडित अपने पलायन के तीस साल से विस्थापितों का जीवन जी रहे हैं. इस साल सोशल मीडिया पर जिस तरह उनके मुस्लिम मित्रों ने उन्हें बधाई दी है, उससे साझेपन की एक नई दास्तान बनती दिख रही है.

इस दिन को कश्मीर में हेरात कहा जाता है और कश्मीरी पंडितों का यह सबसे बड़ा त्योहार है. इन परिवारों में भगवान शिव और माता पार्वती का सांकेतिक विवाह उत्सव मनाया जाता है और इसके बाद एक भोज होता है जिसमें अमूमन अपने मुस्लिम पड़ोसियों और मित्रों के लिए मांस या मछली के व्यंजन बनाए जाते हैं.

बाकी दुनिया में भले ही महाशिवरात्रि एक दिन का त्योहार हो पर कश्मीर में हेरात चार दिनों का त्योहार होता है, जिसकी शुरुआत घरों को साफ-सुथरा करने से होती है और ताश खेले जाते हैं. इसके साथ ही सीपियों से महिला और पुरुष और यहां तक कि बच्चे भी जुआ खेलते हैं.

इस साल श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर को रोशनियों से सजाया गया और इसके ड्रोन से लिए दृश्य सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए जा रहे हैं.

 

इस क्लिप के साथ श्रीनगर के मेयर जुनैद आजिम ने कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं जो वायरल हो गई हैं.

हेरात पर एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए लोग जज्बाती हो रहे हैं. मशहूर टीवी कलाकार और थियेटर कलाकार बशीर दादा ने कहा वह पिछले तीस साल से हेरात के उत्सव को मिस कर रहे थे. रेडियो जॉकी, स्टैंडअप कॉमिडियन, गृहणियां और यहां तक कि नौजवान भी, जो कभी भी कश्मीर की प्रसिद्ध समावेशी बसाहट में नहीं रहे, पंडितों को हेरात की शुभकामनाएं दे रहे हैं और उनकी प्रार्थनाओं में इन पंडितों के घर वापस आ जाने की दुआ भी है. 

 

एक युवा पत्रकार तारिक बट ने कश्मीरी पंडितों से पूछा है कि क्या वे अभी भी भिगोए अखरोट और मछली उसके लिए बचाकर रखते हैं.

जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कश्मीरी हिंदुओं को इस दिन की शुभकामनाएं दी हैं.