नई दिल्ली / अब्दुल करीम अमजदी
सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के तहत नई दिल्ली के गालिब ऑडिटोरियम हॉल ‘ऐवान-ए-गालिब’ में एक रोजा भव्य राष्ट्रीय कुरान सुपठन प्रतियोगिता सफलता के साथ संपन्न हुई, जिसमें देश के 25 राज्यों से 150 प्रतिष्ठित अभिभावक एवं विद्वानों ने भाग लिया. देश के विभिन्न हिस्सों से आए 12 पाठकों ने कुरान प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई. जिनमें मुफ्ती वासिफ रजा, कारी नजीर सराजी, यूसुफ लतीफी, यूनिस अहसानी प्रमुख नाम हैं.
कार्यक्रम सुबह 9 बजे शुरू हुआ और अलग-अलग सत्रों में पारंपरिक अंदाज में जारी रहा. इस अवसर पर फिलिस्तीनी दूतावास के काउंसलर डॉ. आबिद अल-रज्जाक अबू जार विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए. राष्ट्रीय कुरान सुपठन प्रतियोगिता में केरल की टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि कर्नाटक प्रांत की टीम दूसरे और जम्मू कश्मीर की टीम तीसरे स्थान पर रही. समापन सत्र में सफल छात्रों को दिल्ली के खाद्य आपूर्ति एवं चुनाव मंत्री इमरान हुसैन द्वारा सम्मानित किया गया, जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को 51,000, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 31,000 तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 11,000 का पुरस्कार दिया गया.
इस मौके पर दिल्ली के खाद्य आपूर्ति एवं चुनाव मंत्री ने एसएसएफ की सेवाओं की सराहना की और राष्ट्रीय कार्यक्रम की सफलता पर संगठन के सदस्यों को बधाई दी. संगठन के एक महत्वपूर्ण सदस्य मौलाना उबैदुल्लाह सकाफी ने कहा कि कुरान की शिक्षाओं को सार्वजनिक करना और तजवीद के ज्ञान के अनुसार कुरान को पढ़ना जरूरी है.
उन्होंने कहा कि ज्ञान का जानकारी अक्सर लोगों में नहीं होती है. कुरान को तिलावत के साथ पढ़ना जरूरी है. इस पर ध्यान देना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से एसएसएफ इंडिया संगठन ने देश के 25 राज्यों में जागरूकता अभियान चलाया और कुरान प्रतियोगिता का आयोजन किया, ताकि कुरान पढ़ाने का चलन बढ़े और लोगों में जागरूकता पैदा हो.
इस अवसर पर एसएसएफ के राष्ट्रीय नेता मौलाना नौशाद आलम मिस्बाही, डॉ. ओबैदुल्लाह सकाफी, मौलाना शफी नूरानी, शरीफ भाई और अन्य सदस्य महत्वपूर्ण प्रतिभागियों में शामिल थे.