न्यूयॉर्क
अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बमबारी और उसके जवाब में ईरान द्वारा कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किए जाने के बाद वैश्विक हवाई यात्रा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
इस संघर्ष ने पश्चिम एशिया के कई हिस्सों में हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद करने पर मजबूर कर दिया है, जिससे यात्री उड़ानों की रद्दीकरण की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
मध्य-पूर्व के हवाई मार्ग बंद, एयरलाइनों ने उड़ानें रोकीं
कतर ने सोमवार को अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, जिसके कुछ ही घंटे बाद ईरान ने अमेरिकी एयरबेस 'अल-उदीद' पर मिसाइल हमला किया। इससे पहले अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ने अपने नागरिकों को कतर में सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी थी।
इस पूरे घटनाक्रम का असर न केवल पश्चिम एशिया, बल्कि वैश्विक स्तर पर हवाई यात्रा पर पड़ा है। कतर और यूएई जैसे देशों से गुजरने वाले उड़ान मार्ग अस्थायी रूप से बाधित हो गए हैं।
उड़ानें रद्द करने वाली प्रमुख एयरलाइंस
सिंगापुर एयरलाइंस ने रविवार से बुधवार तक दुबई के लिए अपनी कुछ उड़ानें रद्द कर दी हैं। airline ने बयान में कहा कि यह फैसला मध्य-पूर्व की वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति के सुरक्षा मूल्यांकन के आधार पर लिया गया है।
ब्रिटिश एयरवेज ने भी बुधवार तक दोहा आने-जाने वाली उड़ानों को स्थगित कर दिया है। एयरलाइन ने बयान में कहा, "यात्री सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है।"
एयर इंडिया ने सोमवार को घोषणा की कि वह तत्काल प्रभाव से पश्चिम एशिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के लिए सभी उड़ानों का संचालन रोक रही है। इसके अलावा, उत्तरी अमेरिका से भारत आने वाली उड़ानों को भी वैकल्पिक मार्गों से मोड़ा जा रहा है।
दुनियाभर में 700 से अधिक उड़ानें रद्द
फ़्लाइट ट्रैकिंग साइट FlightAware के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार दोपहर तक वैश्विक स्तर पर 705 उड़ानें रद्द हो चुकी थीं। दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां 75 उड़ानें रद्द हुईं। एयर इंडिया के 38 उड़ानों के रद्द होने के साथ वह इस दिन सबसे ज़्यादा प्रभावित एयरलाइन रही।
विशेषज्ञों की चेतावनी: यह सुरक्षा के लिए ज़रूरी कदम
फ़्लाइट सेफ्टी फाउंडेशन के प्रमुख हसन शाहिदी ने कहा, "राज्यों और देशों की जिम्मेदारी है कि वे अपने हवाई क्षेत्र को सुरक्षित रखें। कतर का एयरस्पेस बंद करना बिल्कुल सही फैसला था क्योंकि युद्ध की आशंका बनी हुई है।"
Flightradar24 के अनुसार, सोमवार को यूएई का हवाई क्षेत्र भी कुछ घंटों के लिए बंद रहा, लेकिन बाद में उड़ानों ने फिर से संचालन शुरू कर दिया।
मौजूदा स्थिति में यात्रियों को क्या करना चाहिए?
शाहिदी ने कहा कि यात्रियों को अपने-अपने देशों की सरकारी एडवाइजरी पर ध्यान देना चाहिए, जैसे अमेरिका के विदेश विभाग की सुरक्षा चेतावनियां। युद्ध के और बढ़ने की स्थिति में जिन देशों में संघर्ष चल रहा है वहां से आम नागरिकों का सुरक्षित रूप से बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकारें अपने हवाई क्षेत्र को सुरक्षित नहीं रखतीं, तो भविष्य में विमान हादसों की आशंका बनी रहती है। उन्होंने 2014 की उस त्रासदी का उदाहरण दिया, जब मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान MH17 को यूक्रेन में रूसी-समर्थित बलों ने मार गिराया था और 298 लोग मारे गए थे।
“MH17 दोहराया न जाए”
शाहिदी ने कहा, “हम सब प्रार्थना कर रहे हैं कि यह युद्ध जल्द खत्म हो। नागरिक विमानों की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है। हम नहीं चाहते कि MH17 जैसी त्रासदी फिर दोहराई जाए, जिसमें निर्दोष लोग मारे जाएं।