रुपया 12 पैसे टूटकर 88.80 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 14-10-2025
Rupee falls 12 paise to all-time low of 88.80 per dollar
Rupee falls 12 paise to all-time low of 88.80 per dollar

 

मुंबई

घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और अमेरिकी मुद्रा में रातोंरात आई तेजी के कारण मंगलवार को रुपया 12 पैसे गिरकर 88.80 (अस्थायी) के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया।
 
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जोखिम-से बचने की धारणा के बीच विदेशी पूंजी की निकासी ने निवेशकों की धारणा को और कमजोर किया।
 
हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप की खबरों ने रुपये को सहारा दिया और गिरावट को थाम लिया।
 
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया डॉलर के मुकाबले 88.73 पर खुला और कारोबार के दौरान 88.81 के निचले स्तर और 88.73 के उच्चस्तर तक गया। अंत में यह डॉलर के मुकाबले 88.80 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव 88.68 के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट है।
 
30 सितंबर को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 88.80 के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया था।
 
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.10 प्रतिशत बढ़कर 99.36 पर कारोबार कर रहा था।
 
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 2.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61.99 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
 
कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका-भारत व्यापार शुल्क ही एकमात्र ऐसा मुद्दा है जो निवेशकों की भावनाओं को आहत कर रहा है।
 
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में कमजोरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश से रुपये को फ़ायदा हो सकता है। वित्तपोषण की दिक्कतों के कारण अमेरिका में कई विभागों का कामकाज ठप होने (शटडाऊन) और अमेरिकी फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती संभावनाएं डॉलर पर और दबाव डाल सकती हैं। डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 88.50 से 89 के बीच रहने की उम्मीद है।"
 
घरेलू व्यापक आर्थिक आंकड़ों के संदर्भ में, भारत की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर 1.54 प्रतिशत रह गई, जो अगस्त में 2.07 प्रतिशत थी।
 
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति भी सितंबर में घटकर 0.13 प्रतिशत रह गई, जो अगस्त में 0.52 प्रतिशत थी।
 
घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स 297.07 अंक टूटकर 82,029.98 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 81.85 अंक के नुकसान के साथ 25,145.50 पर बंद हुआ।
 
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को 240.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की।