आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सीमित दायरे में कारोबार करता हुआ आठ पैसे की गिरावट के साथ 84.38 प्रति डॉलर पर आ गया. डॉलर सूचकांक में तेजी और एशियाई मुद्राओं में गिरावट का दबाव स्थानीय मुद्रा पर पड़ा. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि कच्चे तेल की कीमतों में समग्र गिरावट और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से अमेरिकी डॉलर/भारतीय रुपये की जोड़ी को समर्थन मिला. हालांकि भारत तथा पाकिस्तान के बीच जारी भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित किया है.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.28 प्रति डॉलर पर खुला. शुरुआती सौदों में 84.26 प्रति डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंचा और फिर 84.38 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर आ गया जो पिछले बंद के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट दर्शाता है.
रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.30 पर बंद हुआ.
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.79 पर रहा.
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 73.60 अंक की गिरावट के साथ 80,723.24 अंक पर आ गया, जबकि निफ्टी 20.55 अंक फिसलकर 24,440.60 अंक पर रहा.
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61.15 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा.
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 497.79 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.