नई दिल्ली. कृषि क्षेत्र में मंदी के बावजूद चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 7.6% की दर से बढ़ी. सांख्यिकी मंत्रालय के गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन और बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर उच्च सरकारी व्यय ने विकास की गति बरकरार रखा.
कृषि क्षेत्र पर अनियमित मानसून की मार के कारण दूसरी तिमाही की वृद्धि पहली तिमाही की 7.8 प्रतिशत की वृद्धि से थोड़ी कम है. 2023-24 की पहली छमाही के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर अब 7.7 प्रतिशत हो गई है. जुलाई-सितंबर तिमाही में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर महज 1.2 फीसदी रही, जबकि पिछली तिमाही में यह 3.5 फीसदी थी.
हालांकि, विनिर्माण क्षेत्र ने 13.9 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर हासिल की, जो उच्च सरकारी पूंजीगत व्यय के साथ-साथ भरपाई करने में काफी हद तक सफल रही. तिमाही के दौरान निजी खपत मजबूत रही, जिससे विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि को बढ़ाने में मदद मिली. तिमाही के दौरान सेवा और खनन क्षेत्रों ने भी मजबूत प्रदर्शन किया.