जीएसटी सुधारों से त्योहारी बिक्री में उछाल, केंद्रीय मंत्रियों ने बताया अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 18-10-2025
GST reforms boost festive sales, Union ministers say augurs well for the economy
GST reforms boost festive sales, Union ministers say augurs well for the economy

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
केंद्र सरकार के हालिया जीएसटी दर सुधारों ने देश की अर्थव्यवस्था में नई रफ्तार भर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि सितंबर 22 से लागू हुए जीएसटी रेट रेशनलाइजेशन ने इस वर्ष की त्योहारी सीजन की बिक्री में ऐतिहासिक बढ़ोतरी दर्ज की है।
 
वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि सुधारों के बाद 54 आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स लाभ सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचा है। उन्होंने कहा, “यह सुधार नवरात्रि के पहले दिन लागू हुआ और जनता ने इसे सकारात्मक रूप से स्वीकार किया।” उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि सितंबर के आखिरी नौ दिनों में कार बिक्री 3.72 लाख यूनिट, दोपहिया वाहनों की बिक्री 21.60 लाख यूनिट और तीन पहिया वाहनों की बिक्री में 5.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
 
उन्होंने कहा कि टीवी की बिक्री में 30-35 प्रतिशत और एसी की बिक्री में दोगुनी वृद्धि हुई है। वहीं, एफएमसीजी क्षेत्र में भी बिक्री में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई।
 
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में तैयार यह सुधार एक साल से अधिक समय से प्रक्रिया में था। उन्होंने कहा, “22 सितंबर को लागू हुआ NextGen GST उद्योग और व्यापार जगत में नई ऊर्जा लेकर आया है।” उन्होंने बताया कि इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश और उपभोक्ता की खरीद क्षमता में बढ़ोतरी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल रखा है।
 
आईटी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस नवरात्रि इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि टीवी, वॉशिंग मशीन और स्मार्टफोन जैसे सभी प्रमुख उत्पादों की मांग बढ़ी है, जिससे घरेलू विनिर्माण को भी बढ़ावा मिला है।
 
केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि जीएसटी सुधारों ने न केवल कीमतों में गिरावट लाई है, बल्कि मांग को भी बढ़ावा दिया है, जिससे 2025 भारत की उपभोक्ता अर्थव्यवस्था के लिए एक टर्निंग पॉइंट बन गया है।