ईसेन (जर्मनी)
भारत ने विश्व विश्वविद्यालय खेलों (डब्ल्यूयूजी) में शनिवार को बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दो और पदक अपने नाम किए। तीरंदाज साहिल जाधव ने पुरुष कंपाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतते हुए भारतीय तीरंदाजी दल के अभियान का शानदार अंत किया, जबकि एथलेटिक्स में प्रवीण चित्रावेल ने त्रिकूद (ट्रिपल जंप) में रजत पदक हासिल किया।
तीरंदाजी में भारत का दबदबा
जाधव ने ग्रेट ब्रिटेन के अजय स्कॉट को बेहद रोमांचक मुकाबले में 149-148 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने 15 में से 14 बार 10 अंक पर निशाना साधा, केवल आखिरी तीर 9 अंक का रहा। स्कॉट ने शुरुआत में तीन परफेक्ट "X" निशाने लगाए, लेकिन जाधव ने शांत दिमाग और स्थिरता से मुकाबले को अपने पक्ष में मोड़ लिया।
इससे पहले सेमीफाइनल में जाधव ने हमवतन कुशल दलाल को शूटऑफ में हराया। दोनों के स्कोर 148-148 से बराबर थे, लेकिन शूटऑफ में जाधव का तीर केंद्र के करीब लगा, जिससे वह फाइनल में पहुंचे। दलाल हालांकि कांस्य पदक मुकाबले में पोलैंड के प्रेजेमिस्लाव कोनेकी से 148-150 से हार गए।
महिला कंपाउंड फाइनल में भारत की परनीत कौर को दक्षिण कोरिया की मून यीउन के खिलाफ एक अंक से हार का सामना करना पड़ा। परनीत ने पहले दो राउंड में बढ़त बनाई थी, लेकिन तीसरे और चौथे दौर में मून ने परफेक्ट स्कोर (30-30) किया और वापसी की। अंतिम दौर में परनीत को जीत के लिए 30 अंक चाहिए थे लेकिन वह 29 ही बना सकीं।
तीरंदाजी में भारत का कुल प्रदर्शन:
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2 स्वर्ण: पुरुष व्यक्तिगत कंपाउंड (जाधव), मिश्रित टीम कंपाउंड
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2 रजत: महिला व्यक्तिगत कंपाउंड (परनीत), पुरुष टीम कंपाउंड
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1 कांस्य: महिला टीम कंपाउंड
रिकर्व तीरंदाज प्रदर्शन में कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन कंपाउंड खिलाड़ियों ने पदकों की झड़ी लगाकर अभियान को सफल बना दिया।
एथलेटिक्स में रजत छलांग
प्रवीण चित्रावेल ने त्रिकूद स्पर्धा में 16.66 मीटर की छलांग लगाकर रजत पदक जीता। ऑस्ट्रेलिया के कॉनर मर्फी ने 16.77 मीटर की सत्र की सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता।
इस पदक के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 2 स्वर्ण, 3 रजत, और 3 कांस्य हो गई है।
हाफ मैराथन में भारत का निराशाजनक प्रदर्शन
पुरुष और महिला हाफ मैराथन स्पर्धाओं में भारत की उम्मीदों को झटका लगा, क्योंकि 10 में से कोई भी धावक पदक के करीब नहीं पहुंच सका।
पुरुष वर्ग में:
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मोहित (1:04:08) – 6वां स्थान (व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ)
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मोहित चौधरी (1:06:51) – 21वां स्थान
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अन्य धावकों में अरुण धनसिंह राठौड़ (26वें), शुभम बालियान (32वें), अंकित देसवाल (36वें) रहे
महिला वर्ग में:
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ज्योति (1:21:22) – 21वां स्थान
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आरती अर्जुन पवारा (1:22:35) – 22वां स्थान
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रिंकी पवारा, बसंती कुमारी, स्वाति पाल क्रमशः 24वें, 25वें और 26वें स्थान पर रहीं
चीन की मा शिउजेन ने महिला वर्ग में 1:12:48 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। पुरुष वर्ग में जापान के शिनसाकु कुडो ने डब्ल्यूयूजी रिकॉर्ड (1:02:29) बनाकर स्वर्ण जीता।
4x400 मीटर रिले में उम्मीद बाकी
भारत की पुरुष और महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीमों ने फाइनल में जगह बना ली है।
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पुरुष टीम: 3:06.56 सेकंड (हीट-2 में पोलैंड के बाद दूसरे स्थान पर)
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महिला टीम: 3:35.12 सेकंड (हीट-1 में दूसरे स्थान पर)
यह दोनों टीमें अब पदक की उम्मीदें बनाए हुए हैं।
अन्य एथलेटिक्स नतीजे:
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त्रिकूद महिला वर्ग:
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पूर्वा सावंत: 12.82 मीटर (9वां स्थान)
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सैंड्रा बाबू: 11.98 मीटर (11वां स्थान)
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दोनों खिलाड़ी फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकीं
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5000 मीटर दौड़ (पुरुष):
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किरण म्हात्रे: 15:16.57 सेकंड (16वां और अंतिम स्थान)
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स्वर्ण: फ्रांस के आर्थर गेरवाइस (15:02.00 सेकंड)
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विश्व विश्वविद्यालय खेलों में भारत ने अब तक मिश्रित प्रदर्शन किया है। तीरंदाजी और कुछ एथलेटिक्स स्पर्धाओं में जहां सफलता मिली, वहीं लंबी दूरी की दौड़ और हाफ मैराथन में सुधार की जरूरत है। रिले रेस के फाइनल्स से भारत को पदक तालिका में और ऊपर जाने की उम्मीद है।