श्रीनगर के साइकिलिस्ट आदिल अल्ताफ करेंगे ‘कुछ बड़ा’, पटियाला में लेंगे ट्रेनिंग

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
श्रीनगर के साइकिलिस्ट आदिल अल्ताफ करेंगे ‘कुछ बड़ा’, लेंगे पटियाला के मुख्य कोच जोगिंदर सिंह से  ट्रेनिंग
श्रीनगर के साइकिलिस्ट आदिल अल्ताफ करेंगे ‘कुछ बड़ा’, लेंगे पटियाला के मुख्य कोच जोगिंदर सिंह से ट्रेनिंग

 

एहसान फाजिलिक / श्रीनगर

वित्तीय बाधाओं के बावजूद श्रीनगर के एक निजी स्कूल के 17 वर्षीय साइकिलिस्ट आदिल अल्ताफ कुछ बड़ा करने की तैयारी में हैं. उनके इस सपने को पूरा करेंगे पटियाला के मुख्य कोच जोगिंदर सिंह. जोगिंदर के नेतृत्व में जल्द ही आदिल अल्ताफ की विशेष ट्रेनिंग शुरू होने वाली है.

आदिल ने हाल में हरियाणा के पंचकुला में खेलो इंडिया के अंडर -18 साइकिलिंग प्रतियोगिता में रजत जीतकर जम्मू-कश्मीर का नाम रौशन किया है. इसके बाद मास स्टार्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर वह राष्ट्रीय स्तर के साइकिलिस्टों की सूचि में शामिल हो गए. इस स्पर्धा में देश के शीर्ष 30 साइकिलिस्ट ने भाग लिया था.
 
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कश्मीर हार्वर्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, हबक, नसीम बाग में 12 वीं कक्षा के छात्र आदिल अल्ताफ को अपने शुरुआती स्कूल के दिनों से ही साइकिल चलाने का बेहद शौक था. इसके बाद अपने बड़े भाई की रेसिंग साइकिल की सवारी करनी शुरू कर दी.
 
उनके पिता, शाह अल्ताफ हुसैन, यहां लाल बाजार में दर्जी का काम करते हैं. इसके बावजूद पिता ने बेटे के पेशेवर साइकिलिस्ट बनने के लक्ष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए न केवल अधिक मेहनत की, बल्कि अपने आय के सीमित स्रोतों उनकी भरपूर मदद की.
 
साइकिलिंग में गहरी रुचि और अपने स्कूल पीटी (शारीरिक शिक्षा शिक्षक), आशिक हुसैन भट द्वारा निर्देशित, आदिल ने सितंबर 2018 में पहली बार  साइकिल रेसिंग प्रतियोगिता में भाग लिया और कांस्य पदक जीता.
 
वह बताते हैं,मेरी गहरी रुचि और जीतने की क्षमता को देखते हुए, मेरे पिता ने मुझे कोविड के समय में एक रेसिंग साइकिल खरीदने के लिए छह हजार रुपये देने में कामयाबी हासिल की. जो  उनकी स्कूल फीस से बची थी.
 
आदिल ने आवाज द वॉयस को बताया, उस पैसे से वह एक सेकेंड हैंड साइकिल लेने में कामयाब रहे. इससे वह अपने स्कूली दोस्तों के साथ लगभग छह महीने तक साइकिलिंग की. इसके दौरान वे नियमित रूप से हर दिन कम से कम पांच से 10 किलोमीटर तक साइकिल चलाया करते थे.
 
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आदिल ने खुलासा किया, शुरुआत मुश्किल थी, क्योंकि मैं एक दुर्घटना का शिकार हो गया था, जिससे मुझे फ्रैक्चर हो गया था. आगे का दांत टूट गया था. उन्होंने कहा कि उन्हें आराम करना पड़ा और एक महीने से अधिक समय तक साइकिल चलाने से दूर रखा गया.
 
वह बताते हैं, यह मेरे लिए हतोत्साहित करने वाला था. हर कोई साइकिल चलाने के मेरे उत्साह के खिलाफ सलाह देता था. इसके कारण मैं निराश का शिकार हो गया.आदिल ने कहा कि इस युवा और उत्साही साइकिल चालक को तब बढ़ावा मिला जब उसके एक दोस्त के पिता ने 25,000 रुपये की एक रेसिंग साइकिल उपहार में दी.
 
मैंने 2020 में पुलिस साइकिल दौड़ में भाग लिया. आदिल ने कहा, इससे उन्हें श्रीनगर के डल झील पर बुलेवार्ड के साथ अंडर -19 दौड़ में स्वर्ण पदक और 20,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला.
 
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मौजूद थे. उन्होंने कहा कि उनके स्कूल ने आदिल को 20,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया, जिसने पेशेवर अभ्यास के लिए सेकेंड हैंड विदेशी साइकिल खरीदने के उसके उद्देश्य को पूरा किया.
 
राष्ट्रीय स्तर पर, आदिल को साइकिल रेसिंग में मुंबई में भाग लेने का अवसर मिला. इसमें वह 2020 में पांचवें स्थान पर आए.आदिल ने कहा, यह अभी भी हतोत्साहित करने वाला था. फिर उन्हांेने हरियाणा के कुरक्षेत्र में 2021 में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगीता में भाग लिया और चौथे स्थान पर आए.
 
इसके बावजूद प्रैक्टिस जारी रखा. वह दस सेकंड के मामूली अंतर से चौथे स्थान पर रहे थे, इसलिए टाइमिंग सुधारने पर बहुत जोर दिया. उन्होंने कहा कि इतने कम अंतर से हारने में विफलता उचित पोषण की कमी के कारण थी, जो उनके परिवार के आय के अल्प स्रोतों की वजह से थी.
 
आदिल पिछले छह महीनों से पंजाब के पटियाला में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के राष्ट्रीय खेल संस्थान के तहत प्रशिक्षण ले रहे हैं. पिछले साल 4.50 लाख रुपये की नकद सहायता भारतीय स्टेट बैंक द्वारा उपलब्ध कराई गई थी.
 
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आदिल अल्ताफ ने 10 जून को हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया अंडर -18 स्पर्धाओं के दौरान रजत पदक जीता. इसके बाद होने वाले कार्यक्रम में आदिल ने मास स्टार्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीता जिसमें सभी शीर्ष 30 साइकिल चालकों ने राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया.
 
11 जून को उन्हें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राष्ट्रीय स्तर पर उनके विशिष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया. वह आने वाले दिनों में संस्थान के मुख्य कोच जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में चल रही कोचिंग में शामिल होने के लिए पटियाला लौटेंगे.