मां के गहने गिरवी रखकर खरीदे गए बल्ले से सकीबुल गनी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Story by  मोहम्मद अकरम | Published by  [email protected] • 2 Years ago
मां के गहने गिरवी रखकर खरीदे गए बल्ले से सकीबुल गनी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
मां के गहने गिरवी रखकर खरीदे गए बल्ले से सकीबुल गनी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

 

मोहम्मद अकरम / मोहितारी  ( बिहार )
 
यह सुनकर भले आपकी आंखें गिली हो जाएं, पर यह सच है. देश सकीबुल गनी के प्रथम श्रेणी मैच में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर भले खुशी का इजहार कर रहा है, पर इसका दूसरा पहलू यह है कि मां के गहने गिरवी रखकर खरीदे गए बल्ले से उन्होंने यह विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है.

आज सकीबुल गनी जिस मुकाम तक पहुंचे हैं, उसमें उनकी मां की भूमिका अहम है. दुआ के साथ उनकी मां ने उनका हर कदम पर साथ दिया. सकीबुल गनी के मामूली से घर के पीले रंग से पुते कमरे की अलमारियों पर ट्रॉफी और मैडल के लगे अंबार बताते हैं कि परिवार ने यदि उन्हें बचपन से प्रोत्साहित नहीं किया होता तो आज वह इस मुकाम तक नहीं पहुंचते.
 
बातचीत में उनकी मां मासूमियत से कहती हैं-‘‘जब भी सकीबुल के बैट- बल्ला की जरुरत हो इल, हमनी देहनी, किसी तरह की कमी नईखे करली है.’’सकीबुल गनी की मां आजमां खातून कहती हैं, ‘‘ जब वह रणजी मैच खेल रहा था,
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शाकिब का परिवार
वह लगातार अल्लाह से कामयाबी की दुआ कर रही थीं.’’ वह बताती हैं कि बेटा जब खेलने के लिए घर से अलविदा हो रहा था वह कुछ देर के लिए भावुक हो गई थीं. आखिरकार अल्लाह ने उनकी दुआ सुन ली और बेटा अब बड़ी कामयाबी के साथ घर लौटेगा.
 
उल्लेखनीय है कि सकीबुल गनी बिहार के मोतिहारी शहर के रहने वाले हैं. उन्होंने शुक्रवार को कोलकाता में रणजी ट्रॉफी मैच में मिजोरम के खिलाफ खेलते हुए 405 गेंद में 341 रन बनाते हुए तीन शतक का रिकॉर्ड बनाया है.
 
उन्होंने इस मैच में 2 छक्के और 56 चौके के साथ क्रिकेट की दुनिया में कीर्तिमान स्थापित किया है. सकीबुल गनी की उम्र 22 साल है. वह अपने शहर के जिला स्कूल के इंटर के छात्र हैं.
 
मोतिहारी जिला भोजपुरी भाषी है. जिला मुख्यालय के अगरवा, खुदा नगर मोहल्ले में सकीबुल गनी अपने माता-पिता के साथ रहते हैं. साधारण परिवार है. उनके पिता खेती करते हैं और मां गृहणी हैं. 6 भाई बहनों में सकीबुल गनी सबसे छोटे हैं. पिता की खेती ही परिवार की आमदनी का मूल जरिया है. बड़े भाई फैसल गनी भी क्रिकेटर हैं और राज्य स्तर पर खेलते हैं.
 
आवाज द वाॅयस से बात करते सकीबुल गनी की मां ने कहा, ‘‘ उन्होंने बेटे के रणजी खेलने के लिए गहने गिरवी रख कर तीन बल्ले खरीदे थे. घर से निकलने  वक्त अल्लाह से दुआ की थी कि बेटा लौटे तो कुल और देश का नाम रोशन करके.’’
 
वह हंस कर भोजपुरी में कहती हैं-‘‘ तीन बल्ले से तीन शतक अच्छा औसत है.’’ उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा, बेटा आगे भी इसी तरह खेलता रहे और देश, राज्य और समाज का नाम रौशन करता रहे.
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शाकिब की जीत का जश्न
एक सवाल का जवाब देते हुए उनकी आंखें गीली हो गईं. कहा, ‘‘जब भी सकीबुल के बैट बल्ला की जरूरत हो इल, हमनी देहनी, किसी तरह की कमी नईखे करली है.‘‘वह बताती हैं कि उनका बेटा नमाजी है. कहती हैं,‘‘ नमाज रोज पढ़ा लन. मैदान में बेटा शतक लगन के बाद भी नमाज पढ़नलन है.‘‘
 
पिता मोहम्मद मनान भी बेटे की कामयाबी पर बेहद गदगद हैं. आवाज द वाॅयस बात करते हुए भोजपुरी में कहते हैं, ‘‘ बहुते खुशी के बात बा कि सकीबुल ने अच्छा खेल कर नाम रौशन किया हैं, बिहार का नाम रौशन किया है,जो सामान कहता था उसे पूरा करते थे. कभी यह महसूस नहीं होने दिया कि हम पूरा नहीं कर पाएंगे. उसके अंदर खेलने का जुनून है. जो कुछ किया है, अपने दम पर.’’
 
अन्य परिवार को नसीहत करते हुए कहते हैं, ‘‘बच्चे का जिस चीज में दिल लगे उसे करने देना चाहिए, मजबूर नहीं करना चाहिए. अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहिए. वह बताते हैं कि उनके बेटे का पूरा समय मैदान में ही बीतता है.
 
दर्जनों मैचों की इम्पायरिंग कर चुके मोहम्मद बदीउज्जा बताते हैं कि सकीबुल गनी बहुत मेहनती खिलाड़ी हैं. बचपन से उनकी क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी है. कई जिलों में उनकी अलग पहचान है. तकरीबन हर मैच में बेहतर प्रदर्शन रहता है. 
 
बड़े भाई फैसल गनी जो राज्य स्तर पर क्रिकेट मैच खेल चुके हैं और आगे के लिए तैयारी कर रहे हैं. वह बताते हैं कि हम सब का सालों का सपना पूरा हो रहा हैं. हमें उम्मीद है कि आगे वह आईपीएल और देश के लिए खेलेगा. 
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शाकिब के विभिन्न रूप
हम दोनों भाई अपने जिले में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रहे हैं. हमारे प्रयास से शहर में क्रिकेट ग्राउंड तैयार किया गया है, ताकि बच्चों को खेलने में किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.
 
साकिबुल गनी के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर बिहार खासकर उनके शहर में जश्न का माहौल है. जैसे ही उनकी कामयाबी की खबर आई, लोग उनके माता-पिता को बधाई देने उनके घर पहुंच गए. परिवार वालों ने भी आपस में एक दूसरे का मुंह मीठा कराया.
 
शनिवार तक बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. जिले के डीएम कपिल अशोक, इलाके विधायक प्रमोद कुमार और क्षेत्र के सांसद एवं पूर्व कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने भी फोन कर परिजनों को मुबारकबाद दी है.