जितेंद्र पुष्प / नालंदा ( बिहार )
बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में फैसल रजा के पिता एक मामूली से दुकान चलाते हैं. मगर अब उनके दिन बदलने वाले हैं, क्योंकि उनके बेटे फैसल रजा इस बार न केवल यूपीएससी में कामयाबी हासिल की है, बल्कि 447 रैंक लाई है. ऐसे में उनका आईएएस बनना लगभग तय माना जा रहा है.
यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग ने रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें बिहार के लाल ने देश, क्षेत्र और परिवार का नाम रोशन किया है.बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले टॉपर फैसल रजा ने यूपीएससी परीक्षा 2020 पास कर देश में अपना नाम बनाया है. शुक्रवार को जारी नतीजों में फैसल रजा ने 447 वीं रैंक हासिल की है.
फैसल रजा राजगीर प्रखंड के मौलाना दियाहा गांव के एक किराना दुकानदार के बेटे हैं. नतीजे आने के बाद से परिजन में खुशी का माहौल है. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई देते नहीं थम क रहे हैं.
इस मौके पर फैसल रजा के भाई तकी अहमद ने कहा कि सिविल सर्विसेज 2020 में 447वां रैंक पाकर पूरे परिवार समेत प्रखंड के लोगों का हौसला बढ़ा है. फैसल रजा के पिता मोहम्मद मुस्तकीम और मां कमरुल निशा बेहद खुश हैं. पिता अमीरगंज बाजार में किराने की छोटी सी दुकान चलाते हैं.
उन्होंने बताया कि फैसल रजा पांच भाइयों में सबसे छोटे हैं. 5 साल की उम्र से ही वह पढ़ने-लिखने में मेहनती रहे हैं. उनका सपना यूपीएससी करने का था. वर्षों से संजोए हुए सपने को उन्होंने पूरा किया है.
पिता ने कहा कि उन्होंने अपनी हाई स्कूल की शिक्षा सिंधु गांव से पूरी की. इसके बाद पटना में अपनी पढ़ाई जारी रखी. तीन साल से दिल्ली में रह रहे हैं. यूपीएससी की तैयारी वहीं कर रहे थे. उनकी सफलता से क्षेत्र के लोग बेहद खुश हैं.
गांव के कमरू जमा ने कहा कि फैसल रजा की कामयाबी से निश्चित ही इलाके के युवा प्रोत्साहित होंगे. आने वाली यूपीएससी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता के झंडे गाड़ेंगे.