दीनी मालूमात प्रतियोगिता परीक्षा-2024 आयोजित : बच्चों में इस्लामिक ज्ञान बढ़ाने की पहल

Story by  अशफाक कायमखानी | Published by  [email protected] | Date 29-05-2024
Organization of Deeni Malumaat Competition Examination-2024: Initiative to increase Islamic knowledge among children
Organization of Deeni Malumaat Competition Examination-2024: Initiative to increase Islamic knowledge among children

 

अशफाक कायमखानी / चूरू

कायमखानी सोशल रिफॉर्मस एंड एजुकेशनल सोसाइटी, चूरू द्वारा  किड्स पैराडाइज शिक्षण संस्थान में "दीनी मालूमात प्रतियोगिता परीक्षा-2024" का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य बच्चों के ग्रीष्मकालीन अवकाश का सदुपयोग करते हुए उनके इस्लामिक ज्ञान में वृद्धि करना था.

कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी रसूल खां अखाण ने की, जबकि मुख्य अतिथि हाजी याक़ूब थीम और विशिष्ट अतिथि हाजी अहमद खां हाथीखानी, अय्याज खां , अयूब खान (रिटायर्ड एडिशनल एस.पी) और अब्बास खां मोयल रहे.

प्रतियोगिता में दो चरण हुए:

पहला चरण: इस चरण में 60 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की लिखित परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 95 बच्चों ने भाग लिया. प्रश्नों में पहले नबी से लेकर आखिरी नबी तक के नबियों के जीवन, उनके चमत्कारों और कहानियों (क़ससुल अंबिया) से संबंधित जानकारी शामिल थी.

दूसरा चरण: इस चरण में बच्चों ने नात पढ़ने की प्रतियोगिता में भाग लिया. 11 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता:

जनाब शौक़त खान झारिया (रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर) : उन्होंने दीनी शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए बच्चों की हौसला अफजाई की . बच्चों की कम भागीदारी पर चिंता व्यक्त करते हुए विचार-विमर्श की अपील की.
 

  • रिटायर्ड एडिशनल एसपी अय्यूब खान : उन्होंने दीनी शिक्षा को जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक बताया.

  • डीडीपी अय्याज खां: उन्होंने बच्चों को इस्लामिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया.

  • रसीद खां मोयल: उन्होंने कहा कि दीनी शिक्षा से बच्चों में अच्छे चरित्र का विकास होता है.

  • अब्बास खां मोयल: उन्होंने इस्लामिक शिक्षा के माध्यम से समाज में भाईचारा और सद्भाव स्थापित करने पर जोर दिया.

  • एडिशनल कमिश्नर नूर मोहम्मद खां जी: उन्होंने कहा कि दीनी शिक्षा बच्चों को जीवन की सही दिशा दिखाती है.

  • सलीमुद्दीन खां गिरदावर: उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे इस्लामिक शिक्षा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं.


  • पुरस्कार वितरण:


कार्यक्रम के समापन पर दोनों प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों और चयनित प्रतिभागियों को नगद राशि, मोमेंटो और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।.

कार्यक्रम का संचालन:

कार्यक्रम का कुशल संचालन आरिफ मास्टर और आसिफ विज़न ने किया.यह कार्यक्रम बच्चों में इस्लामिक ज्ञान को बढ़ावा देने और उन्हें एक बेहतर इंसान बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल थी.