आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के शिक्षा संकाय के शिक्षक प्रशिक्षण एवं गैर-औपचारिक शिक्षा विभाग (इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज इन एजुकेशन- आईएएससी) ने डॉ. ज़ाकिर हुसैन मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी के सहयोग से, विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों (CWSN) पर केंद्रित दो दो-दिवसीय जागरूकता-सह-संवेदीकरण और प्रशिक्षण कार्यशालाओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया। ये कार्यशालाएं 6 और 7 नवंबर 2025 को जेएमआई के बाल मार्गदर्शन केंद्र (Child Guidance Centre) के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित की गईं, जिनमें से एक अभिभावकों के लिए थी और दूसरी जामिया मिडिल स्कूल तथा मुशीर फातिमा जामिया नर्सरी स्कूल के सेवारत शिक्षकों के लिए आयोजित की गई थी।
इन कार्यशालाओं का डिज़ाइन राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप तैयार किया गया था, जो सभी शिक्षार्थियों के लिए समावेशी और समान शिक्षा पर विशेष बल देती है। इन कार्यक्रमों का मुख्य लक्ष्य अभिभावकों और शिक्षकों दोनों को विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की विविध ज़रूरतों के प्रति संवेदनशील बनाना था, ताकि उन्हें ऐसे आवश्यक ज्ञान, कौशल और व्यावहारिक रणनीतियों से लैस किया जा सके, जो घर और स्कूल दोनों वातावरणों में समावेशी शिक्षा का समर्थन कर सकें।
कार्यशाला श्रृंखला के प्रारंभिक सत्र की शुरुआत "विशेष आवश्यकता वाले बच्चों और उनके माता-पिता की ज़रूरतों पर दो-दिवसीय जागरूकता-सह-संवेदीकरण और व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यशाला" के उद्घाटन से हुई। इस सत्र में कोर्स कोऑर्डिनेटर और कार्यशाला संयोजक डॉ. सौरभ रे (सहायक प्रोफेसर, एम.एड. विशेष शिक्षा - दृश्य हानि), डॉ. तौसीफ आलम (सहायक प्रोफेसर, एम.एड. विशेष शिक्षा - दृश्य हानि), और डॉ. ज़ाकिर हुसैन मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी के बाल मार्गदर्शन केंद्र के परियोजना निदेशक श्री नसीम अहमद की उपस्थिति ने सत्र को गरिमा प्रदान की।
दोपहर का सत्र "जामिया मिडिल स्कूल और मुशीर फातिमा जामिया नर्सरी स्कूल के सेवारत शिक्षकों के लिए दो-दिवसीय जागरूकता-सह-संवेदीकरण और प्रशिक्षण कार्यशाला" के उद्घाटन के साथ शुरू हुआ। इस सत्र की अध्यक्षता जेएमआई के शिक्षा संकाय के शिक्षक प्रशिक्षण एवं गैर-औपचारिक शिक्षा विभाग (आईएएससी) की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सैयदा फौज़िया नदीम ने की। डी.टी.टी. एवं एन.एफ.ई., जेएमआई में विशेष शिक्षा की प्रोफेसर और जवाहरलाल नेहरू अध्ययन केंद्र, जेएमआई की मानद निदेशक प्रोफेसर भारती शर्मा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ. मोहम्मद फैजुल्लाह खान (एसोसिएट प्रोफेसर, एम.एड. विशेष शिक्षा - विशिष्ट सीखने की अक्षमता), डॉ. सौरभ रे, डॉ. ज़ाकिर हुसैन मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी के महासचिव प्रोफेसर मोहम्मद गाजी शाहनवाज, और बाल मार्गदर्शन केंद्र के परियोजना निदेशक श्री नसीम अहमद की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
अभिभावकों की कार्यशाला का सफल समापन 7 नवंबर 2025 को दोपहर 12:00 बजे आयोजित समापन सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रोफेसर मोहम्मद गाजी शाहनवाज, डॉ. सौरभ रे और श्री नसीम अहमद उपस्थित थे। शिक्षकों की कार्यशाला का समापन सत्र 7 नवंबर 2025 को शाम 4:30 बजे हुआ, जिसके साथ दो दिवसीय कार्यक्रम का औपचारिक समापन हो गया।
संपूर्ण कार्यशाला की योजना और प्रबंधन शिक्षक प्रशिक्षण एवं गैर-औपचारिक शिक्षा विभाग (आईएएससी) के एम.एड. विशेष शिक्षा (एसएलडी और वीआई) तृतीय सेमेस्टर के छात्रों ने "दिव्यांग वॉरियर्स" समूह नाम के तहत किया। उनकी प्रतिबद्धता, सहयोग और व्यावसायिकता ने इन दोनों महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के सफल कार्यान्वयन और व्यापक प्रभाव को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।