नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के जम्मू-कश्मीर गर्ल्स होस्टल में नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एक संवेदनशीलता कार्यक्रम और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। यह अभियान देशभर के स्कूलों, विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में जागरूकता फैलाकर नशामुक्त भारत बनाने की राष्ट्रीय पहल है।
होस्टल का कॉमन हॉल रोशनी और पोस्टरों से सजाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत क़ुरान की तिलावत से हुई, इसके बाद प्रोवोस्ट प्रो. निखत मंज़ूर ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथों में है और छात्रों को मादक पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। इसके बाद उन्होंने अतिथियों और होस्टल निवासियों के साथ शपथ ग्रहण कराया।
समिति के नोडल अधिकारी प्रो. वीरेंद्र बालाजी शाहारे ने नशे के परिवार और समाज पर सामाजिक, मानसिक और शारीरिक प्रभाव पर प्रकाश डाला और युवाओं के समग्र कल्याण पर जोर दिया। उन्होंने होस्टल वार्डन और समिति के सदस्यों का आयोजन में योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
प्रो. वाणी नारुला (सामाजिक कार्य विभाग) ने छात्रों के साथ इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया, जिसमें छात्रों ने गीत, नाट्य और भाषणों के माध्यम से नशामुक्त भारत का संदेश प्रस्तुत किया। इसके अलावा, नशा मुक्ति पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसका मूल्यांकन वार्डन, डॉ. नाज़िया, डॉ. शाज़िया हैदर, डॉ. शीनम अय्यूब, सुश्री शबनम, डिप्टी प्रोवोस्ट डॉ. अर्शी सलामत और प्रोवोस्ट प्रो. निखत मंज़ूर ने किया।
कार्यक्रम का समापन पोस्टर प्रतियोगिता के शीर्ष तीन विजेताओं को पुरस्कार वितरण और डॉ. शाज़िया हैदर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम का आयोजन प्रो. वीरेंद्र बालाजी शाहारे के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।