जकात को लेकर बदल रहा नजरिया: मुस्लिम छात्रों को आईटी उद्योग में मिल रही अच्छी नौकरी

Story by  मोहम्मद अकरम | Published by  [email protected] | Date 12-10-2022
जकात को लेकर बदल रहा नजरिया: मुस्लिम छात्रों को आईटी उद्योग में मिल रही अच्छी नौकरी
जकात को लेकर बदल रहा नजरिया: मुस्लिम छात्रों को आईटी उद्योग में मिल रही अच्छी नौकरी

 

मोहम्मद अकरम /हैदराबाद

शिक्षा के लिए जकात को लेकर नजरिया बदल रहा है.पहले जकात अधिकांश मदरसे में चला जाता था. अब इस पैसे से छात्रों को आधुनिक शिक्षा देकर अच्छी नौकरी दिलाने पर जोर है.

यही नहीं योग्य छात्रों की संभावनाओं को परख कर कई जकात फंडिंग एजेंसियों भी उनकी कल्पना की उड़ान मददगार साबित हो रही हैं. इंडियन मुस्लिम रिलीफ एंड चौरिटीज (आईएमआरसी), यूएस (849 Independence Ave, Mountain View, CA 94043, United States)भी एक ऐसी एजेंसी है जो जकात फंड से सामुदायिक छात्रों की आधुनिक शिक्षा के लिए मौद्रिक सहायता देने के लिए आगे आई है.
 
जकात इस्लाम के पांच बुनियादी सिद्धांतों में से एक है जिसमें प्रत्येक मुसलमान को समाज कल्याण के लिए अपनी बचत का 2.5 प्रतिशत भुगतान करने का आदेश है.
 
पिछले साल आईएमआरसी ने हैदराबाद स्थित फुल स्टैक अकादमी के साथ मिलकर एक अच्छा परिणाम दिया था. सौ इंजीनियरिंग और बी.एससी (कंप्यूटर) स्नातकों में से 65 शीर्ष आईटी सॉफ्टवेयर कंपनियों में अच्छी नौकरी पाने में सफल रहे.
 
इससे उत्साहित, आईएमआरसी ने अब 100 जकात योग्य छात्रों को आईटी कौशल विकास छात्रवृत्ति और नौकरी मंे मददगार बनने की ठानी है.
 
आईएमआरसी और उनकी भारतीय शाखा, सहायता ट्रस्ट, हर दिन और अधिक चेहरों पर मुस्कान लाने को प्रयासरत है. वे मुस्लिम छात्रों को उनके कम्फर्ट जोन से ग्रोथ जोन तक ले जाने में काफी हद तक सफल रहे हैं.
 
पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने तेलंगाना में कई गरीब और औसत छात्रों के लिए अवसरों के दरवाजे खोलकर उनके जीवन में खुशियां लाई हैं. आईएमआरसी, भारत के गरीबी से ग्रस्त क्षेत्रों में मुसलमानों और अल्पसंख्यकों की जरूरतों का आकलन कर उनकी जरूरतों के आधार पर प्रोजेक्ट तैयार करता है.
 
इसके ऐसे प्रयासों से ही  हैदराबाद की बुशरा नैयर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में नौकरी पाकर बेहद खुश हैं. वह बताती हैं,फुल स्टैक अकादमी में प्रशिक्षण ने मुझे अपनी रुचि के क्षेत्र में आत्मविश्वास और रोजगार कौशल हासिल करने में मदद की है.
 
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 (बाएं) जैद शाह अब्दुल्ला, सैयद गजानफर, खाजा वासीक, अब्दुल अजीज, (बाएं से नीचे) शरीका फातिमा, बुशरा नय्यर, आयशा मोइज, 

यही नहीं आईएमआरसी की कोशिशों से तेलंगाना और दूसरे राज्यों के सैयदा अर्जुमन, बदरूल इस्लाम, अमीना तबस्सुम, खाजा वासीक, सैयद गजानफर, अब्दुल रियाज, आयशा मोइज, सलीमा अरशद आदि छात्र वैल्यू लैब्स, एमएसआर कॉसमॉस,टीसीएस, स्क्वाड, माइंडट्री, वेरिजोन, एचसीएल, इंफोसिस, कॉग्निजेंट, अमेजॅन जैसी कंपनियों में नौकरी हासिल करने में सफल रहे हैं.
 
इनमें से ज्यादातर को 4.5 से 7 लाख रुपये का सालाना पैकेज मिल रहा है. छात्रों का कहना है, सिर्फ तीन महीने के प्रशिक्षण के बाद हम अच्छी नौकरी पाने में कामयाब रहे.
 
वे अपने विचारों में एकमत हैं कि आईएमसीआर और फुल स्टैक अकादमी द्वारा प्रदान किए गए प्रशिक्षण ने उन्हें अपने अंतर, निराशा और अस्वीकृति और असफलता के डर को दूर करने में मदद की.
 
वे एक अच्छी नौकरी हासिल करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए समय पर मौद्रिक सहायता प्राप्त करने के लिए आभारी हैं.इसके अलावा आईएमसीआर
बड़ी संख्या में छात्रों को आईटी कौशल विकास पाठ्यक्रम में जकात फंड के माध्यम से मदद कर रहा है.
 
आईएमसीआर के मुताबिक, हाल के दिनों में आधुनिक शिक्षा के लिए जकात के पैसे का उपयोग करने की प्रवृत्ति और स्वीकृति बढ़ी है.आम तौर पर जकात के पैसे का एक बड़ा हिस्सा मदरसों को चला जाता था. अब मुस्लिम समुदाय में आधुनिक शिक्षा की सुविधा के लिए जकात फंड का उपयोग को लेकर नजरिया बदला है.
 
फुल स्टैक एकेडमी के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक एजाज अहमद कहते हैं, गरीब छात्रों की मदद करने और समुदाय के आर्थिक उत्थान को सुनिश्चित करने का यह सबसे अच्छा तरीका है.
 
सैयद अनीसुद्दीन, सीईओ, सहायता ट्रस्ट के मुताबिक, कौशल विकास समय की मांग है, लेकिन अच्छी नौकरी हासिल करने में बहुत सारी समस्याएं हैं. इसलिए, हम अपने छात्रों को अच्छी नौकरी पाने के लिए प्रशिक्षित करना चाहते हैं, वह चाहते हैं कि मुस्लिम युवा जकात कार्यक्रम के तहत ट्रस्ट द्वारा दिए जा रहे 15,000 रुपये प्रति छात्र का लाभ उठाएं. इस प्रोजेक्ट पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.
 
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अभी आईएमसीआर 100 छात्रों को छात्रवृत्ति देने जा रहा है. इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है. तीन महीने का कोर्स 1 नवंबर से शुरू होगा. यह कोर्स उन छात्रों के लिए है, जिन्होंने बीसीए, एमसीए, बी.एससी. (कंप्यूटर) और शैक्षणिक वर्ष 2021 से 2023 में विभिन्न धाराओं में इंजीनियरिंग की है.
 
उन्हें प्लेसमेंट सहायता कार्यक्रम के तहत साक्षात्कार के वास्ते प्रशिक्षित किया जाएगा. प्रशिक्षण पाठ्यक्रम हैं-.DEVOPS+AWS, MERN –Full Stack Development and Azure Admin+Azure Devops. यूं तो इस कोर्स की फीस बहुत ज्यादा 40,000 रुपये है, लेकिन आईएमसीआर जकात छात्रवृत्ति पाने वालों को सिर्फ 5000 रुपये देने होंगे.
 
तीन महीने के पाठ्यक्रम और इंटर्नशिप पूरा होने पर, छात्रों को रोजगार कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा.एजाज अहमद कहते हैं,इस बार हम केवल उन्हीं छात्रों का चयन कर रहे हैं जो जकात फंडिंग के लिए पात्र हैं. इसके लिए हम उनकी आय के विवरण की पुष्टि कर रहे हैं.