वॉशिंगटन डीसी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यह झूठा दावा किया है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच का तनाव खत्म कर दिया था।
सोमवार (स्थानीय समयानुसार) एक कार्यक्रम में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ (शुल्क) के माध्यम से सात युद्ध रोके, जिनमें से कुछ में भारत-पाकिस्तान भी शामिल थे। हालांकि भारत के विदेश मंत्रालय ने पहले भी उनके इन दावों को कई बार खारिज किया है।
ट्रंप ने कहा, “हम एक समृद्ध और शक्तिशाली देश बन गए हैं, क्योंकि मैंने सात युद्ध खत्म किए — उनमें से कम से कम आधे मेरी व्यापार और टैरिफ की शक्ति की वजह से रुके। अगर मेरे पास टैरिफ का अधिकार न होता, तो इनमें से कम से कम चार युद्ध अभी भी चल रहे होते। भारत और पाकिस्तान को देखिए — वे युद्ध के लिए तैयार थे। सात विमान गिराए गए थे... मैं ठीक-ठीक नहीं बताऊंगा कि मैंने क्या कहा, लेकिन जो कहा, वह बहुत प्रभावी रहा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने अरबों डॉलर कमाए और टैरिफ के कारण वह एक "शांति रक्षक" बन गया है।
इसके बाद ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की संभावित यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वह शायद टैरिफ को लेकर बातचीत करने आ रहे हैं, क्योंकि कई कंपनियां अब कनाडा, मैक्सिको और चीन को छोड़कर अमेरिका आ रही हैं।
इससे पहले, 21 सितंबर को American Cornerstone Institute के फाउंडर्स डिनर में भी ट्रंप ने अपने इन बयानों को दोहराया था और कहा था कि उन्हें "सात युद्ध खत्म करने" के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हम शांति समझौते कर रहे हैं और युद्ध रोक रहे हैं। हमने भारत और पाकिस्तान, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध रोका।”ट्रंप ने जिन संघर्षों को खत्म करने का दावा किया, उनमें अर्मेनिया-अज़रबैजान, कोसोवो-सर्बिया, इज़राइल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया और रवांडा-कांगो शामिल हैं।
उन्होंने कहा, “बस देखिए — भारत-पाकिस्तान, थाईलैंड-कंबोडिया, अर्मेनिया-अज़रबैजान, कोसोवो-सर्बिया, इज़राइल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया, रवांडा-कांगो। हमने यह सब रोका, और इनमें से 60% सिर्फ व्यापार के कारण।”