बैरूत
लेबनान के सेना प्रमुख जनरल रूडोल्फ हैकाल ने सोमवार को पहली बार सरकार को हिज़्बुल्लाह को निरस्त्र करने की सैन्य योजना पर जानकारी दी, वहीं दूसरी ओर इज़राइल ने दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी लेबनान में हवाई हमले किए, जिनमें दो लोगों की मौत हो गई।
जनरल हैकाल की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब एक महीने पहले कैबिनेट ने सेना की उस योजना पर चर्चा की थी, जिसका उद्देश्य देश में सभी हथियारों को राज्य के नियंत्रण में लाना है।
हालांकि, बैठक में दी गई जानकारी को लेकर कोई विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है। सूचना मंत्री पॉल मोरकोस ने मीडिया से कहा कि कैबिनेट ने इस योजना और इससे संबंधित चर्चाओं को "गोपनीय" रखने का फैसला किया है।
इस बीच हिज़्बुल्लाह ने इस योजना को खारिज कर दिया है। संगठन का कहना है कि जब तक इज़राइल सीमा पर स्थित कुछ क्षेत्रों पर कब्जा बनाए रखता है और लगभग प्रतिदिन हमले करता है, तब तक वह निरस्त्रीकरण पर बातचीत नहीं करेगा। पिछले साल नवंबर में इज़राइल के साथ युद्धविराम के बाद हिज़्बुल्लाह की सैन्य क्षमता कमजोर पड़ी थी।
लेबनानी सरकार का शुरुआती लक्ष्य साल के अंत तक हिज़्बुल्लाह को निरस्त्र करना था, लेकिन अब यह समयसीमा बढ़ा दी गई है। फिलहाल, सरकार की प्राथमिकता लितानी नदी के दक्षिण में सीमा क्षेत्र को नवंबर के अंत तक पूरी तरह से साफ कर देना है, जिसके बाद योजना के अगले चरण शुरू होंगे।
पिछले छह वर्षों से चल रहे आर्थिक संकट ने लेबनानी सेना की क्षमताओं को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। हाल ही में, ट्रंप प्रशासन ने सेना और पुलिस के लिए कुल 230 मिलियन डॉलर की सहायता राशि को मंजूरी दी है।
अमेरिकन टास्क फोर्स ऑन लेबनन के अध्यक्ष एड गेब्रियल ने बताया कि इसमें से 190 मिलियन डॉलर सेना और 40 मिलियन डॉलर आंतरिक सुरक्षा बलों के लिए हैं, जो मुख्य रूप से प्रशिक्षण और उपकरणों पर खर्च किए जाएंगे।
गेब्रियल ने कहा कि उन्होंने जनरल हैकाल और राष्ट्रपति जोसफ औन सहित कई शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की है और राष्ट्रपति इस कार्य को लेकर “प्रतिबद्ध” हैं।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि हिज़्बुल्लाह के “रणनीतिक हथियार” — जैसे सटीक निर्देशित मिसाइलें और ड्रोन — हटाने की मांग अंतरराष्ट्रीय समुदाय कर रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि योजना में समय-सीमा का अभाव इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है।
सोमवार दोपहर, दक्षिणी लेबनान के नाबतिया शहर के पास एक इज़राइली ड्रोन हमले में एक हिज़्बुल्लाह सदस्य और उसकी पत्नी की मौत हो गई। मारे गए सदस्य हसन अतवी पिछले वर्ष एक हमले में अपनी दृष्टि खो चुके थे।
इसके कुछ समय बाद, इज़राइली वायुसेना ने लेबनान के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र हर्मेल में भी हवाई हमले किए। इज़राइली सेना ने बताया कि हसन अतवी हिज़्बुल्लाह की एरियल डिफेंस यूनिट का प्रमुख सदस्य था। वहीं, हर्मेल में हुए हमले हिज़्बुल्लाह की 'रदवान फोर्सेस' के प्रशिक्षण शिविरों पर किए गए।
इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच हालिया युद्ध ने लेबनान में 4,000 से अधिक लोगों की जान ली, जिनमें सैकड़ों आम नागरिक थे। विश्व बैंक के अनुसार, इस युद्ध से 11 अरब डॉलर से अधिक की तबाही हुई। इज़राइल में 127 लोगों की मौत हुई, जिनमें 80 सैनिक थे।
यह युद्ध 8 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब गाज़ा में हमास के हमले के अगले दिन हिज़्बुल्लाह ने इज़राइल पर रॉकेट दागे। जवाब में इज़राइल ने लेबनान पर गोलाबारी और हवाई हमले शुरू किए, जो सितंबर 2024 में एक पूर्ण युद्ध में बदल गए।
लेबनानी सरकार और सेना अब इस टकराव को खत्म कर राज्य की पूर्ण संप्रभुता स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है, लेकिन राजनीतिक असहमति और सुरक्षा चुनौतियां इस राह को कठिन बना रही हैं।