तालिबान ने कामकाजी महिलाओं को घर में रहने का आदेश दियाः अंतरिम मेयर

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 2 Years ago
काबुल मेें अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन करती अफगान महिलाएं
काबुल मेें अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन करती अफगान महिलाएं

 

काबुल. तालिबान द्वारा किए गए वादों को वापस लेते हुए, संगठन ने कहा है कि काबुल में पुरुषों द्वारा आसानी से भरे जाने वाले पदों पर काम करने वाली महिलाओं को अब काम के लिए रिपोर्ट नहीं करनी चाहिए.

राजधानी के अंतरिम मेयर हमदुल्ला नामोनी ने अरबी प्रकाशन का हवाला देते हुए राजधानी के अंतरिम मेयर हमदुल्ला नामोनी के हवाले से कहा, “हमने उन लोगों को अनुमति दी, जिन्हें जरूरत थी या ऐसे पदों पर जिन्हें पुरुष नहीं भर सकते थे, या जो पुरुषों के लिए नहीं थे. वे हर दिन काम पर जाते हैं. लेकिन उन पदों के लिए जो अन्य (पुरुष) भर सकते हैं, हमने उन्हें (महिलाओं को) स्थिति सामान्य होने तक घर पर रहने के लिए कहा है.”

गौर तलब है कि इस समय अफगानिस्तान में कई महिलाएं जीवन के सभी क्षेत्रों में समान अधिकारों की मांग करते हुए तालिबान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.

मेयर ने बताया कि काबुल की शहरी अर्थव्यवस्था में 2,900से ज्यादा लोग काम करते हैं. उन्होंने कहा कि उनमें से 27प्रतिशत महिलाएं हैं जो राजस्व और निर्माण इंजीनियरिंग में जिला कार्यालयों में स्थानीय प्रतिनिधियों के रूप में काम करती हैं.

रविवार को, महिला मामलों के मंत्रालय के गेट पर सैकड़ों महिलाएं इकट्ठा हुईं और तालिबान की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने रविवार को शिक्षा और काम के अधिकारों के लिए कहा.

महिलाओं के मंत्रालय को ‘पुण्य मंत्रालय’ कर जाने के बाद, रविवार को तालिबान की नीतियों के विरोध में काबुल में सरकारी भवन के द्वार पर बड़ी संख्या में अफगान महिलाएं एकत्रित हुईं और शिक्षा और काम के अधिकारों की मांग की.

खामा प्रेस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं द्वारा लगाए गए नारे थे, ‘महिलाओं का बहिष्कार मनुष्यों का बहिष्कार है’, ‘हमारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारी शक्ति का निष्कर्ष है’, ‘शिक्षा, कार्य और स्वतंत्रता विकास के रास्ते हैं.’

तालिबान बार-बार दावा करता रहा है कि महिलाओं को शिक्षा, काम का अधिकार दिया जाएगा. हालांकि, हाल ही में कुछ कार्यवाहक कैबिनेट अधिकारियों ने यह कहते हुए खंडन किया है कि महिलाएं पुरुषों के साथ मिलकर काम नहीं कर सकती हैं.