कराची
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी) की रैली खत्म होने के तुरंत बाद हुए आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य घायल हो गए। यह हमला मंगलवार रात सरियाब इलाके के शाहवानी स्टेडियम के पास हुआ।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह रैली बीएनपी संस्थापक सरदार अता उल्लाह मेनगल की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित की गई थी। पुलिस ने पुष्टि की कि यह आत्मघाती हमला था। अधिकारियों के अनुसार, रैली समाप्त होने के करीब 15 मिनट बाद विस्फोट हुआ, जब आत्मघाती हमलावर ने पार्किंग क्षेत्र में भीड़ को निशाना बनाते हुए विस्फोटकों से भरी जैकेट उड़ा दी।
बीएनपी प्रमुख अख्तर मेनगल, जिन्होंने इस सभा की अध्यक्षता की, सुरक्षित बच निकले। उनके साथ मौजूद पख्तूनख्वा मिली अवामी पार्टी के प्रमुख महमूद खान अचकजई, अवामी नेशनल पार्टी के असगर खान अचकजई और नेशनल पार्टी के पूर्व सीनेटर मीर कबीर मोहम्मद शाई भी हमले से सुरक्षित रहे। हालांकि बीएनपी के पूर्व विधायक मीर अहमद नवाज बलोच और पार्टी के केंद्रीय श्रम सचिव मूसा जान गंभीर रूप से घायल हो गए।
बीएनपी प्रमुख अख्तर मेनगल ने सोशल मीडिया पर अपने सुरक्षित होने की पुष्टि की, लेकिन कहा कि “अपने कार्यकर्ताओं की शहादत से बेहद दुखी हूं।” उनका दावा है कि इस हमले में पार्टी के कम से कम 15 कार्यकर्ता मारे गए।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगटी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “मानवता के दुश्मनों द्वारा किया गया कायराना कृत्य” करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे आतंकी हमलों का उद्देश्य प्रांत को अस्थिर करना और निर्दोष नागरिकों में डर फैलाना है।
हमले के बाद इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और एक विशेष जांच समिति गठित की गई है। अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।