काहिरा
मिस्र ने बेल्जियम द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में फ़िलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने की घोषणा का गर्मजोशी से स्वागत किया है। मिस्र ने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह फ़िलिस्तीनी जनता के अधिकारों और आत्मनिर्णय के उनके वैध हक का समर्थन करता है।
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि बेल्जियम का यह फैसला जून 1967 की सीमाओं के आधार पर एक स्वतंत्र और संप्रभु फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना के प्रयासों को मज़बूती देता है, जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम (अल-कुद्स) होगी। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय हाल के महीनों में कई अन्य देशों द्वारा उठाए गए समान कदमों की श्रृंखला का हिस्सा है, जो फ़िलिस्तीनी संघर्ष के प्रति व्यापक अंतरराष्ट्रीय समर्थन का प्रतीक है।
बयान में कहा गया कि बेल्जियम का कदम न केवल फ़िलिस्तीनी जनता की वैध आकांक्षाओं को मज़बूती प्रदान करता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उस साझा इच्छा को भी दर्शाता है, जिसमें पश्चिम एशिया में न्यायपूर्ण शांति और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व की स्थापना की आकांक्षा शामिल है।
मिस्र ने दोहराया कि वह फ़िलिस्तीन मुद्दे पर अपने समर्थन को जारी रखेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि न्यायपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए प्रयासों को और मज़बूत किया जाए।