शहबाज़ शरीफ़ 23 सितंबर डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे, छह मुस्लिम नेताओं के साथ क्षेत्रीय शांति पर चर्चा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 22-09-2025
Shehbaz Sharif will meet Donald Trump tomorrow; discussions on regional peace will take place with six other Muslim leaders.
Shehbaz Sharif will meet Donald Trump tomorrow; discussions on regional peace will take place with six other Muslim leaders.

 

इस्लामाबाद/न्यूयॉर्क

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ के न्यूयॉर्क दौरे का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री 23 सितंबर, मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में सऊदी अरब, कतर, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया और मिस्र सहित छह इस्लामी देशों के नेता भी शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना है।

विदेश कार्यालय के बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में भाग लेंगे। इसके तहत वह अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मुस्लिम देशों के चुनिंदा नेताओं की बैठक में हिस्सा लेंगे और वैश्विक शांति, सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी प्रयासों और क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दों पर संवाद करेंगे।

प्रधानमंत्री का न्यूयॉर्क दौरा लंदन से अमेरिका के लिए रवाना होने के बदलाव के साथ तय हुआ है। शहबाज़ शरीफ़ सोमवार को लंदन से अमेरिका के लिए रवाना होंगे। इसके अलावा, वह 22 सितंबर को फिलिस्तीन के लिए दो-राज्य समाधान पर शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन करेंगे, जिसमें पाकिस्तान की विदेश नीति, क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद और वैश्विक सहयोग के मुद्दे प्रमुख होंगे। न्यूयॉर्क दौरे के दौरान शहबाज़ शरीफ़ की कई अन्य विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी निर्धारित हैं।

शहबाज़ शरीफ़ की इस यात्रा का उद्देश्य न केवल पाकिस्तान की विदेश नीति को मजबूती प्रदान करना है, बल्कि मुस्लिम देशों और वैश्विक समुदाय के बीच सहयोग और संवाद को भी बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री 27 सितंबर को अमेरिका से पाकिस्तान वापस लौटेंगे

यह दौरा पाकिस्तान और मुस्लिम देशों के बीच समन्वय, क्षेत्रीय शांति और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम माना जा रहा है।