काहिरा
गाजा सिटी में इजराइल के लगातार हमलों में रविवार को कम से कम 34 लोग मारे गए, जिनमें कई बच्चे और नागरिक शामिल हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि शिफा अस्पताल में अधिकांश मृतकों को लाया गया। मृतकों में एक पुरुष नर्स, उसकी पत्नी और उनके तीन बच्चे भी शामिल हैं।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कई पश्चिमी देश फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देने की तैयारी कर रहे हैं। ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, माल्टा, बेल्जियम और लक्जमबर्ग जैसे देश संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मुद्दे पर कदम बढ़ाने वाले हैं। पुर्तगाल ने भी रविवार को इसी दिशा में निर्णय लेने की घोषणा की है।
इजराइली सेना ने हमास के खिलाफ यह अभियान जारी रखा है और नागरिकों से दक्षिण की ओर जाने का आग्रह किया है। उन्होंने गाजा सिटी में एक मानवीय गलियारा खोला, ताकि लोग सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंच सकें। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि गाजा में हालात बेहद गंभीर हैं। पिछले 23 महीनों में इजराइली बमबारी में 65,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और लगभग 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है। गाजा शहर अकाल और मानवीय संकट से गुजर रहा है।
इजराइल ने दावा किया कि उसने हमास के सैन्य सदस्य माजिद अबू सेल्मिया को मार गिराया है, लेकिन उनके परिवार ने इसे झूठा बताया। शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सेल्मिया ने कहा कि माजिद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे और इजराइल नागरिकों की हत्या को जायज ठहराने की कोशिश कर रहा है।
फलस्तीनी नागरिक कार और पैदल दोनों तरह से सुरक्षित क्षेत्रों की ओर निकल रहे हैं, लेकिन हमलों की लगातार जारी रहने से क्षेत्र में दहशत और भय का माहौल बना हुआ है।