नई दिल्ली
रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र में पेंशन लेने के लिए कतार में खड़े नागरिकों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए। इस हमले में कम से कम 24 लोग मारे गए और 19 अन्य घायल हुए।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर मृतक बुज़ुर्ग नागरिक थे। ब्रिटिश मीडिया आउटलेट बीबीसी ने मंगलवार रात (9 सितंबर) बताया कि हमला युद्ध की अग्रिम पंक्ति के पास स्थित क्षेत्र में हुआ।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि मरने वाले सभी लोग आम नागरिक थे, जो डोनेट्स्क क्षेत्र के यारोवा गाँव में अपनी पेंशन लेने के लिए इकट्ठा हुए थे। क्षेत्रीय प्रशासक वादिम फिलाश्किन ने घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी होने की जानकारी दी और निवासियों से सुरक्षित इलाकों में जाने का आग्रह किया।
यारोवा गाँव, स्लोवियास्क शहर के उत्तर में, अग्रिम पंक्ति से केवल कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह इलाका असुरक्षित माना जाता है क्योंकि रूसी सेनाएँ धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रही हैं।
बीबीसी ने कहा कि यदि मृतकों की संख्या की पुष्टि हो जाती है, तो यह हाल के सप्ताहों में यूक्रेनी नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक होगा। यह पूर्ण पैमाने पर रूसी आक्रमण शुरू होने के 42 महीने बाद भी ऐसे हमलों की निरंतरता को दर्शाता है।
इससे पहले, अगस्त के अंत में कीव में हुए एक रात्री हवाई हमले में 23 लोग मारे गए थे। पिछले सप्ताहांत रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव में अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया था, जिसमें प्रमुख सरकारी इमारतों को नुकसान पहुँचा। ज़ेलेंस्की ने इसे युद्ध को लंबा खींचने का "क्रूर हमला" बताया।
यारोवा हमले के समय पास के शहर लिमन के स्थानीय प्रशासक ओलेक्सांद्र ज़ुरावलेव ने बताया कि यह हमला स्थानीय समयानुसार सुबह 10:40 बजे पेंशन वितरण के दौरान हुआ। पीड़ितों में अधिकतर वरिष्ठ नागरिक शामिल थे।
यूक्रेन की आपातकालीन सेवा एजेंसी (DSNS) ने कहा कि यारोवा हमले से पहले डोनेट्स्क क्षेत्र के अन्य इलाकों में हुई गोलाबारी में तीन लोग मारे गए थे। ज़ेलेंस्की ने कहा, "दुनिया चुप नहीं रह सकती।" उन्होंने अमेरिका, यूरोप और जी-20 देशों से तत्काल प्रतिक्रिया की अपील की।
रूसी सेना की ओर से इस हमले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है।