आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली / तेल अवीव
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी में युद्धविराम को मंजूरी दे दी. संघर्ष विराम शुक्रवार सुबह 2 बजे से लागू हो गया. गाजा पट्टी में आगे की कार्रवाई पर फैसला करने के लिए इजरायली सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया.
सरकार के प्रेस कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने सर्वसम्मति से द्विपक्षीय युद्धविराम के लिए मिस्र की पहल को अपनाया, जो बाद में प्रभावी होगा.
सुरक्षा मंत्रिमंडल ने सर्वसम्मति से सभी सुरक्षा सेवाओं के प्रमुखों, जनरल स्टाफ के प्रमुख, शबक के प्रमुख, मोसाद के प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख की सिफारिश को एक द्विपक्षीय युद्धविराम पर मिस्र की पहल को स्वीकार कर लिया.
इजरायल द्वारा एकतरफा युद्धविराम का स्वागत करते हुए, फिलिस्तीनी विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी ने कहा कि यह पर्याप्त नहीं है,क्योंकि यरूशलेम प्रमुख मुद्दा है. यहां दो मिलियन से अधिक फिलिस्तीनी रहते हैं.
उधर, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका का मानना है कि इजरायल ने गाजा में महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल कर लिए हैं. वह अपने सैन्य अभियान को बंद करना शुरू कर सकता है. उन्होंने कहा कि इजरायल ने महत्वपूर्ण सैन्य उद्देश्यों को हासिल किया है जो उन्होंने अपने लोगों की रक्षा और हमास से हजारों रॉकेट हमलों का जवाब देने के संबंध में हासिल करने के लिए निर्धारित किया है.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते, इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष का यह नया प्रकरण पूर्वी यरुशलम में नागरिक अशांति के बाद शुरू हुआ, इजरायल की सीमा और गाजा पट्टी पर शत्रुता को बढ़ावा देने के साथ, फिलीस्तीनी लड़ाकों ने इजरायल के खिलाफ लगभग 3,700 रॉकेट लॉन्च किए. इस संघर्ष में 217 फिलिस्तीनी और 12 इजरायली मारे गए.