मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के बाद अब प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत से सौहार्दपूर्ण बातचीत की वकालत की है. हालांकि एक दिन पहले ही कश्मीर से सरहद पर पाकिस्तान की ओर से सीज फायर के उल्लंघन की खबर आई थी. पिछले एक वर्ष में पाकिस्तान ने रिकॉर्ड चार हजार से अधिक बार सीज फायर की घटना अंजाम दिया है.
आर्थिक तंगी झेल रहे तथा ग्रे लिस्ट से ब्लैक लिस्ट में जाने के खतरों के बीच झूल रहे पाकिस्तान के अचानक भारत से बेहतर रिश्ते की दुहाई देने को अंतरराष्ट्रीय मुसीबत से उबरने की कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है.
On #KashmirSolidarityDay, I want to reiterate that Pakistan stands united & resolute with the Kashmiris in their legitimate struggle for self-determination, which has been reaffirmed by the international community in numerous UNSC resolutions.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 5, 2021
तकरीबन दो वर्ष पहले पाकिस्तान में पलने वाले आतंकवादियों द्वारा पुलवामा में अर्धसैनिक बलों के 40 से अधिक जवानों को शहीद करने के बाद भारत उसे न केवल हर मोर्चे पर जवाब दे रहा है, बल्कि उसके लिए आयात, निर्यात पर पाबंदी के बाद उसकी आर्थिक स्थिति को भी गहरा झटका दिया है.
बाजवा के बयान के दो दिन बाद आए एक बाद एक चार ट्वीट को देखकर लगता है कि यदि उसने पड़ोसी देश भारत की ओर दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ाया, तो जल्द ही पाकिस्तान का दिवाला पिट सकता है.
Over 7 decades of Indian Occupation & oppression have failed to weaken the Kashmiri people's resolve to struggle for their right to self-determination. Now, a younger generation of Kashmiris is taking the struggle forward with even greater resolve.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 5, 2021
उधर 11 विपक्षी दलों का संयुक्त मोर्चा भी इमरान सरकार पर निरंतर दबाव बनाए हुए है. 26 फरवरी को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की ओर से बड़े आंदोलन का ऐलान भी किया गया है.
बहरहाल, उर्दू और अंग्रेजी में ट्वीट कर इमरान खान ने कहा है, ”अगर भारत अक्वामुत्तहद के सलामती काउंसिल की रोशनी में तनाज कश्मीर के मुंसिफना हल में संजीदगी दिखाए, तो पाकिस्तान अमन की खातिर दो कदम आगे बढ़ने को तैयार है. मगर अमन और अस्तहकम की हमारी यह ख्वाहिश किसी को गलतफहमी में न डाले, न ही इसे हमारी कमजोरी की अलामत में शुमार किया जाए.“
To the Kashmiri people, my message is that your goal of self determination is not far. Pakistan will stand with you till you achieve your legitimate rights. Pakistan has always stood for peace in our region, but the onus of creating an enabling environment lies with India.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 5, 2021
एक अन्य ट्वीट में इमरान खान ने कहा है, “बतौर कौम हमारी कूवत और एतमाद का नतीजा है कि हम अहले कश्मीर की जायज मांगों के मुताबिक मामले के मांसफना हल के लिए गैर मामूली काविश के लिए आमादा हैं.“
इमरान के इन बयान को देखकर लगता है कि वह भारत के आगे झुकने को भी तैयार हैं और पाकिस्तानी अवाम के बीच भरम बनाए रखना भी चाहते हैं. यानी ”साफ छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं.“
If India demonstrates sincerity in seeking a just solution to the Kashmir issue, in accordance with UNSC resolutions, we are ready to take two steps forward for peace. But let no one mistake our desire for stability & peace as a sign of weakness.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 5, 2021
हालांकि पाक सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के बयान के तुरंत बाद ही भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि भारत पाकिस्तान से तभी बात करेगा, जब आतंकवादी गतिविधियों में शामिल उसकी गतिविधियां खत्म होंगी. वैसे पाकिस्तान के बातचीत की मंशा का भारत स्वागत कर चुका है.