मक्काः ग्रैंड मस्जिद में बहुभाषी रोबोट जायरीन का कर रहे मार्गदर्शन

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 20-11-2021
 ग्रैंड मस्जिद में बहुभाषी रोबोट
ग्रैंड मस्जिद में बहुभाषी रोबोट

 

मक्का. मक्का की ग्रैंड मस्जिद जाने वाले तीर्थयात्री अब नए चार पहिया रोबोट गाइड से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं. सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने बताया कि सऊदी अरब ने पवित्र शहर मक्का में ग्रैंड मस्जिद में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) रोबोट गाइड लॉन्च किया है, जो आगंतुकों के सवालों के जवाब देने और अनिवार्य अनुष्ठानों पर मार्गदर्शन प्रदान करने में मदद करेगा.

रोबोट में त्वरित अनुवाद कऱने, शेखों के साथ दूरस्थ संचार और विभिन्न भाषाओं में निर्देश निर्धारित करने का विकल्प है. संचार में आसानी के लिए रिमोट से नियंत्रित रोबोट अरबी, अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी, फारसी, तुर्की, चीनी, बंगाली और हौसा सहित 11भाषाओं में बात करता है.

दो पवित्र मस्जिदों के मामलों के लिए जनरल प्रेसीडेंसी ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य अपनी सेवाओं के स्तर को विकसित और क्रांतिकारी बनाना था.

मक्का की भव्य मस्जिद की यात्रा के दौरान, एआई रोबोट, रिमोट से नियंत्रित, तीर्थयात्रियों और उमराह करने वालों को पवित्र स्थल तक पहुंचने में सहायता करेंगे. 11भाषाएं बोलने वाले रोबोट कई सेवाएं प्रदान करते हैं, जिसमें आगंतुकों के सवालों का जवाब देना और शेखों के साथ दूर से संचार करना शामिल है.

ग्रैंड मस्जिद में कोविड-19महामारी के प्रसार को रोकने में मदद करने के लिए परिसर में स्वचालित सफाई रोबोट भी हैं. अन्य रोबोट सुबह 8बजे से शाम 5बजे के बीच साइट पर घूमते हैं. मस्जिद के नीचे कुएं से बोतलबंद जमजम का पवित्र पानी बांटते हैं. दोनों स्मार्ट सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आठ घंटे तक काम करते हैं.

300किलोग्राम वजनी स्मार्ट रोबोट चार घंटे तक सफाई के लिए 68.14लीटर पानी ले जा सकता है. यह 5किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ सकता है. यह लेआउट की पहचान करने और लोगों और बाधाओं से टकराने से बचने के लिए कैमरों और ओवरहेड सेंसर का उपयोग करता है.

प्रेसीडेंसी का उद्देश्य दुनिया भर के मुसलमानों को नई तकनीकों का उपयोग करने में मदद करना है ,जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ई-लर्निंग शामिल हैं.

उदाहरण के लिए, हाल ही में लॉन्च किए गए स्मार्ट कुरान को दृष्टि विकलांग लोगों को ब्रेल में पाठ पढ़ने में मदद करने के लिए लॉन्च किया गया.

दुनिया भर के मुसलमान भी कुरान की शिक्षा देने वाले दो पवित्र मस्जिदों के जायरीन, मक्का अल-हरम जैसी पहलों में भाग लेने के लिए प्रमाणन प्राप्त कर सकते हैं.

ई-पाठ मक्का में ग्रैंड मस्जिद से होता है और उर्दू, अंग्रेजी और हौसा सहित छह भाषाओं में उपलब्ध है.