दीर अल बलाह
इज़राइल ने गाजा में गहराते मानवीय संकट और व्यापक अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बीच रविवार से गाजा के तीन घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रतिदिन 10 घंटे के लिए लड़ाई रोकने की घोषणा की है। यह निर्णय मुख्य रूप से गाजा में फैलती भुखमरी और कुपोषण की भयावह स्थिति को देखते हुए लिया गया है।
इज़राइली सेना ने बताया कि यह युद्धविराम गाजा सिटी, दीर अल-बलाह और मुवासी जैसे अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों में लागू होगा। युद्धविराम हर दिन सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक प्रभावी रहेगा और अगली सूचना तक जारी रहेगा।
सेना के अनुसार, इस दौरान मानवीय सहायता के लिए सुरक्षित रास्ते तैयार किए जा रहे हैं, ताकि खाद्य सामग्री और जरूरी सामान इन इलाकों तक पहुंचाया जा सके। अब तक गाजा में हवाई मार्ग से आटा, चीनी और डिब्बाबंद खाद्य सामग्री पहुंचाई गई है।
विशेषज्ञों और राहत एजेंसियों का कहना है कि महीनों से गाजा के लोग भुखमरी की कगार पर हैं। इज़राइल द्वारा सहायता सामग्री पर लगी पाबंदियों और सीमित आपूर्ति ने हालात को और खराब किया है। इज़राइल का दावा है कि हमास राहत सामग्री का गबन कर रहा है और इसका इस्तेमाल अपने शासन को मजबूत करने में कर रहा है, हालांकि इस दावे का कोई स्पष्ट प्रमाण सामने नहीं आया है।
गाजा में भूख से पीड़ित और कुपोषित बच्चों की दर्दनाक तस्वीरों ने इज़राइल की वैश्विक आलोचना को और तेज कर दिया है, यहां तक कि उसके करीबी सहयोगी देश भी युद्ध और मानवीय त्रासदी को समाप्त करने की अपील कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने इज़राइल के इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा कि केवल 10 घंटे का युद्धविराम पर्याप्त नहीं है। व्यापक और स्थायी युद्धविराम के बिना सभी जरूरतमंदों तक मदद पहुंचा पाना असंभव होगा।
हालांकि, इज़राइल ने स्पष्ट किया है कि वह गाजा के अन्य हिस्सों में हमास के खिलाफ अपने सैन्य अभियान जारी रखेगा। इसी बीच, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इज़राइली हमलों में हाल ही में कम से कम 27 फिलीस्तीनियों की मौत हुई है।
गाजा के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. मुनीर अल-बुर्श ने चेताया कि यह मानवीय युद्धविराम तभी सार्थक होगा जब यह वाकई में लोगों की जान बचाने का माध्यम बने। उन्होंने चिकित्सा आपूर्ति और पोषण सामग्री तत्काल पहुंचाने की मांग की, यह कहते हुए कि देरी और अधिक जानें ले सकती है।
इज़राइल ने पुनः दोहराया है कि यदि हमास हथियार डाल दे, आत्मसमर्पण करे और गाजा छोड़ दे, तो वह युद्ध रोकने को तैयार है। हालांकि हमास ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
हमास के वरिष्ठ नेता महमूद मरदावी ने कहा कि इज़राइल का यह कदम केवल अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि सुधारने के लिए है, न कि गाजा के लोगों की जान बचाने के लिए। उन्होंने कहा कि इज़राइल मानता है कि गाजा में भूख से मौतें हो रही हैं, लेकिन कार्रवाई उसकी साख बचाने के लिए की जा रही है।