बगदाद. ईराकी अधिकारियों ने स्वीडन के स्टॉकहोम में कुरान के अपमान की कई घटनाओं के लिए जिम्मेदार एक इराकी शरणार्थी को प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया है. 28 जून के बाद से, 37-सात वर्षीय सलवान मोमिका ने मुस्लिम-बहुल देशों के दूतावासों और स्वीडन में मस्जिदों के सामने कुरान की कई प्रतियों का अपमान किया.
मोमिका के वकील ने मंगलवार, 12 सितंबर को एएफपी को इराक के अनुरोध की पुष्टि की. वकील डेविड हॉल ने एएफपी को बताया, ‘‘दूसरे देश में प्रत्यर्पित किए जाने के लिए, कानून (स्वीडन में) यह निर्देश देता है कि स्वीडन और इराक दोनों में अपराध होना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि स्वीडन में कुरान का अपमान करना अपराध नहीं माना जाता है और इसलिए इराक का अनुरोध पूरा करना संभव नहीं होगा.
मोमिका ने बताया कि इराक उसका प्रत्यर्पण चाहता है ‘ताकि उस पर मुकदमा चलाया जा सके और इस्लामी कानून के अनुसार इराक में जवाबदेह ठहराया जा सके.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इराकी विदेश मंत्री फुआद हुसैन के खिलाफ शिकायत दर्ज करूंगा क्योंकि उन्होंने मेरे खिलाफ राजनीतिक अपराध किया है.’’
कुरान-अपमान के विरोध प्रदर्शन, जो डेनमार्क, नीदरलैंड और न्यूयॉर्क में भी हुए, ने कई मुसलमानों को नाराज कर दिया और राजनयिक आक्रोश भड़का दिया. डेनमार्क और स्वीडन ने बार-बार कहा है कि वे कार्रवाई की निंदा करते हैं लेकिन प्रदर्शनकारियों को नहीं रोक सकते.
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