दुबई
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने गुरुवार को कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच तेहरान के तेजी से आगे बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रही वार्ता अब एक बेहद अहम चरण में पहुंच चुकी है.
ग्रॉसी ने यह बयान तेहरान की यात्रा के दौरान दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए वह वार्ता के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, हालांकि किसी नतीजे की गारंटी नहीं दी जा सकती.
IAEA प्रमुख की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ईरान और अमेरिका के प्रतिनिधि पिछले सप्ताहांत ओमान में पहली बैठक के बाद शनिवार को रोम में फिर मिलने वाले हैं.
इसी दौरान, सऊदी अरब के रक्षा मंत्री शहजादे खालिद बिन सलमान भी तेहरान पहुंचे हैं/ यह 2023 में ईरान-सऊदी समझौते के बाद किसी शीर्ष सऊदी अधिकारी की पहली यात्रा है. यह समझौता चीन की मध्यस्थता से हुआ था.
इस पूरे परिदृश्य में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ईरान पर हवाई हमले की धमकी और ईरानी अधिकारियों की यूरेनियम को हथियार-ग्रेड स्तर तक समृद्ध करने की चेतावनियों ने तनाव और बढ़ा दिया है.
ग्रॉसी ने ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची और ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी से मुलाकात की.उन्होंने कहा,"अच्छे परिणाम की संभावना है, लेकिन इसके लिए सभी ज़रूरी तत्वों को सही जगह पर रखना होगा."
वहीं, सरकारी समाचार एजेंसी ‘इरना’ के अनुसार, मोहम्मद इस्लामी ने उम्मीद जताई कि IAEA "निष्पक्षता बनाए रखेगा और पेशेवर ढंग से कार्य करेगा."यह वार्ता क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक परमाणु राजनीति के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.