आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इजराइल का मानना है कि अमेरिकी सेना ने ईरान के जिन परमाणु केन्द्रों पर हमला किया था उनमें से एक में गहराई में दबे संवर्धित यूरेनियम के भंडार तक अभी भी ईरान पहुंच सकता है. इजराइल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.
वहीं जिस एजेंसी ने दो अन्य परमाणु स्थलों पर गिराए गए अमेरिकी ‘‘बंकर बस्टर’’ बमों का निर्माण किया था उसने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अभी भी डेटा का इंतजार कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये बम लक्ष्यों को भेद पाए या नहीं.
दोनों घटनाक्रम पिछले महीने किए गए हमलों में हुए नुकसान पर अलग-अलग राय रखते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बात पर कायम हैं कि अमेरिकी हमलों ने ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों को ‘‘नष्ट’’ कर दिया है. वहीं अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने एक प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा है कि हमलों से फोर्दो, नतांज और इस्फहान परमाणु केन्द्रों को काफ़ी नुकसान पहुंचा है लेकिन वे नष्ट नहीं हुए हैं.
वरिष्ठ इजराइली अधिकारी ने कहा कि माना जाता है कि ईरान का अधिकांश संवर्धित यूरेनियम तीसरे स्थल इस्फ़हान में गहराई से दबा हुआ है. अमेरिका ने तीनों परमाणु केद्रों को निशाना बनाने के लिए बी-2 स्टील्थ बमवर्षकों का इस्तेमाल किया.
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पत्रकारों को यह जानकारी दी क्योंकि इस आकलन को सार्वजनिक नहीं किया गया है.
इजराइली अधिकारी ने कहा कि इजराइल का मानना है कि ईरान का संवर्धित यूरेनियम तीनों जगहों पर था और उसे कहीं और नहीं ले जाया गया। परमाणु एवं अप्रसार विशेषज्ञों ने कहा था कि पिछले महीने इजराइली हमलों और अमेरिका के हमलों में शामिल होने की आशंका के बाद ईरान ने अपने भंडार कहीं और सुरक्षित स्थान पर छिपा दिये होंगे.
इजराइली अधिकारी ने कहा कि इस्फ़हान में जो संवर्धित यूरेनियम है उसे ईरान अब भी प्राप्त कर सकता है लेकिन उस तक पहुंचने के लिए बहुत कठिन प्रयास करने होंगे.छ समाप्त हो गया है और वहां कुछ भी नहीं है।’’