सिदोअर्जो,
इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर पिछले सप्ताह एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल के प्रार्थना कक्ष के ढहने की घटना के बाद, बचावकर्मियों ने लापता छात्रों की तलाश में सोमवार को 11 और शव बरामद किए। इसके साथ ही, इस भीषण हादसे में मरने वाले छात्रों की संख्या अब बढ़कर 60 हो गई है।
सिदोअर्जो स्थित, एक सदी पुराने ‘अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल’ की इमारत 29 सितंबर को उस समय ढह गई थी, जब छात्र दोपहर की नमाज़ अदा कर रहे थे। मलबे के नीचे सैकड़ों छात्र दब गए थे, जिनमें से अधिकांश की उम्र 12 से 19 साल के बीच थी।
अवैध निर्माण बना त्रासदी का कारण
अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में केवल एक छात्र सुरक्षित बच पाया। वहीं, घायल हुए 99 छात्रों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि चार गंभीर रूप से घायल छात्र अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस ने जानकारी दी है कि दो मंजिला इमारत पर बिना अनुमति के दो और मंजिलें बनाई जा रही थीं। यह अवैध विस्तार ही संरचना के ढहने का कारण बना, क्योंकि ढाँचा अतिरिक्त भार को सहन नहीं कर पाया। इस घटना ने इंडोनेशिया में अवैध निर्माण के खिलाफ व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है।
मलबे से शवों की पहचान मुश्किल
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के अनुसार, बचाव दल ने मशीनों और उपकरणों की मदद से अब तक कई टन मलबा हटाया है। सोमवार को बरामद किए गए 11 शवों के अलावा, शरीर के कम से कम छह अंग भी मलबे से निकाले गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बरामद हुए ज्यादातर शव क्षत-विक्षत अवस्था में थे, जिसके कारण उनकी शिनाख्त करना बेहद मुश्किल हो रहा है। शोक संतप्त रिश्तेदारों ने मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए पूर्वी जावा प्रांत की राजधानी सुरबाया के भयांगकारा पुलिस अस्पताल में डीएनए नमूने दिए हैं।
स्कूल ढहने की इस घटना के बाद अभी भी तीन छात्रों के लापता होने की आशंका है। एक शीर्ष बचाव अधिकारी ने बरामद अवशेषों की स्थिति का हवाला देते हुए कहा है कि अब लापता छात्रों में से किसी के भी जीवित बचे रहने की उम्मीद न के बराबर है।