भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता: ट्रंप बोले, मोदी मेरे अच्छे मित्र, समझौते में कोई कठिनाई नहीं होगी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 10-09-2025
India-US trade talks: Trump said,
India-US trade talks: Trump said, "Modi is my good friend, there will be no difficulty in reaching an agreement"

 

न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि दोनों देश जल्द ही एक सफल समझौते पर पहुँच सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें “पूरा भरोसा” है कि बातचीत में कोई कठिनाई नहीं होगी और आने वाले हफ्तों में वह अपने "बहुत अच्छे मित्र" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करेंगे।

मंगलवार को ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा, “यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका हमारे बीच मौजूद व्यापारिक बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं। मैं जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी से बात करने का इंतजार कर रहा हूँ। मुझे यकीन है कि दोनों महान देशों के लिए यह वार्ता सकारात्मक परिणाम देगी।”

ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के रिश्ते दो दशकों की सबसे मुश्किल स्थिति से गुज़र रहे थे। विवाद की वजह भारत का रूस से कच्चा तेल खरीदना और अमेरिकी आयात शुल्क था। अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर टैरिफ को दोगुना कर 50% कर दिया था, जिसमें 25% अतिरिक्त शुल्क सिर्फ रूसी तेल खरीद पर लगाया गया। भारत ने इसे “अनुचित और अन्यायपूर्ण” करार दिया।

हालाँकि हाल के दिनों में ट्रंप का रुख बदला है। पिछले हफ्ते उन्होंने कहा था, “भारत और अमेरिका का एक विशेष रिश्ता है। चिंता की कोई बात नहीं है, बस कभी-कभी ऐसी स्थितियाँ बन जाती हैं।” उन्होंने पीएम मोदी को “महान नेता” बताते हुए कहा कि उनकी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी।

मोदी ने भी ट्रंप के इस सकारात्मक रुख की सराहना की। शनिवार को उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और भारत-अमेरिका संबंधों के सकारात्मक आकलन के लिए गहरी सराहना करता हूँ और इसे पूरी तरह साझा करता हूँ। भारत और अमेरिका का रिश्ता व्यापक और दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी पर आधारित है।”

ट्रंप ने रूस से भारत की तेल खरीद पर निराशा भी जताई। उन्होंने कहा था कि, “मैं बहुत निराश हूँ कि भारत रूस से इतना तेल खरीद रहा है, इसलिए हमने भारत पर बड़ा टैरिफ लगाया है।”

भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि ऊर्जा खरीद पूरी तरह राष्ट्रीय हित और बाज़ार की परिस्थितियों पर आधारित है। पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भारत ने रियायती दरों पर रूसी तेल की खरीद शुरू की थी।

ट्रंप ने हाल ही में एक पोस्ट में लिखा था, “लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। आशा है कि उनका भविष्य उज्ज्वल हो।” इस पोस्ट के साथ उन्होंने पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पुरानी तस्वीर भी साझा की थी।