तेल अवीव
इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने शनिवार देर रात एक अहम कार्रवाई में घोषणा की कि उसने हमास की सैन्य शाखा के संस्थापकों में से एक, हख़ाम मोहम्मद ईसा अल-ईसा को मार गिराया है।
आईडीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा,"मार गिराया गया: हख़ाम मोहम्मद ईसा अल-ईसा—हमास की सैन्य शाखा के संस्थापकों में से एक। ईसा ने 7 अक्टूबर 2023 के नरसंहार की योजना बनाई थी और हमास की सैन्य क्षमताओं के निर्माण, प्रशिक्षण और हवाई व नौसैनिक हमलों की योजना में मुख्य भूमिका निभाई थी। वह कॉम्बैट सपोर्ट का प्रमुख था।"
आईडीएफ ने आगे कहा,"आईडीएफ और आईएसए (इजरायली सुरक्षा एजेंसी) 7 अक्टूबर के हमले में शामिल सभी आतंकियों को ढूंढकर खत्म करने की कार्रवाई जारी रखेंगे।"
इस बीच अल जज़ीरा के अनुसार, इजरायल ने गाजा पट्टी के विभिन्न हिस्सों में अपने हवाई हमले जारी रखे हैं। गाजा सिटी के तुफ्फाह मोहल्ले में हुए एक हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए, जिनमें 9 बच्चे शामिल हैं।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि इसराइल और हमास के बीच अगले सप्ताह के भीतर युद्धविराम समझौता हो सकता है।
ट्रंप ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में यह आश्चर्यजनक बयान दिया। उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि अब हम काफी करीब हैं। मैंने इस प्रक्रिया में शामिल कुछ लोगों से बात की है। हमारा मानना है कि अगले सप्ताह के भीतर एक सीज़फायर हो सकता है।"
हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किन लोगों से संपर्क में हैं।
अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर अरब देशों के साथ संबंध सामान्य करने के लिए युद्धविराम पर सहमत होने का दबाव है, जिसे ट्रंप प्रशासन आगे बढ़ा रहा है। दूसरी ओर, हमास की मांग है कि इजरायल गाजा पर हमला रोके और उन इलाकों से अपनी सेना हटाए, जिन पर उसने मार्च 2025 के युद्धविराम टूटने के बाद कब्जा किया था।
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब गाजा में इजरायली हमलों में लगातार आम नागरिकों की मौतें बढ़ रही हैं और दुनिया भर में इजरायल की सैन्य कार्रवाई की कड़ी आलोचना हो रही है। हालिया रिपोर्टों में इजरायली सैनिकों द्वारा मानवता सहायता लेने आए निहत्थे फिलिस्तीनी नागरिकों पर गोली चलाने के आदेश दिए जाने का भी खुलासा हुआ है।