तेल अवीव
यमन से हूती विद्रोहियों द्वारा दागे गए ड्रोन ने इजराइल के दक्षिणी शहर में स्थित रमन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को निशाना बनाया। इस हमले के कारण हवाई क्षेत्र कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया और उड़ानें रोक दी गईं, इजराइली सेना ने रविवार को बताया।
हूती विद्रोहियों ने कई ड्रोन दागे, जिनमें से अधिकतर को इजराइल की सुरक्षा बलों ने समय रहते नष्ट कर दिया। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने कहा कि ड्रोन हवाई अड्डे के पास गिरा, जिससे यात्री टर्मिनल की कांच की खिड़कियां टूट गईं और धुएं का गुबार उठ गया। हूती विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
इजराइल की बचाव सेवा मैगेन डेविड एडोम के अनुसार, ड्रोन हमले में 65 वर्षीय एक व्यक्ति को ड्रोन के टुकड़ों से मामूली चोटें आईं। हवाई अड्डे को मामूली नुकसान हुआ और कुछ ही घंटों में इसे फिर से खोल दिया गया, जिससे उड़ानें सामान्य हो गईं।
यह हमला यमन की राजधानी सना पर इजराइल के हालिया हमले के कुछ दिनों बाद हुआ। उस हमले में हूती सरकार के प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी और कई मंत्री मारे गए थे। अहमद अल-रहावी ईरान समर्थित विद्रोहियों के खिलाफ इजराइल-अमेरिका अभियान में मारे गए सबसे वरिष्ठ हूती अधिकारी थे।
हूती विद्रोहियों ने तब से लगभग हर दिन इजराइल पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें क्लस्टर बम भी शामिल हैं। हालांकि, उनमें से अधिकांश मिसाइलें इजराइली हवाई क्षेत्र तक नहीं पहुंच पाईं। हूती विद्रोहियों ने कहा कि यह कार्रवाई वे फिलिस्तीनियों के समर्थन में कर रहे हैं।
रविवार को हुए हवाई अड्डे के हमले को हूती विद्रोहियों ने “एक विशिष्ट और उच्च स्तरीय सैन्य ऑपरेशन” करार दिया। यह हवाई अड्डा इजराइल के दक्षिणी छोर पर स्थित इलैट से लगभग 19 किलोमीटर दूर है।
हूती मीडिया कार्यालय के उप प्रमुख नसरुद्दीन आमिर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “दुश्मन के हवाई अड्डे सुरक्षित नहीं हैं। विदेशियों को अपनी जान बचाने के लिए वहां से चले जाना चाहिए। अन्य संवेदनशील लक्ष्य भी हमले के दायरे में हैं।”