काहिरा
गाज़ा पट्टी पर नियंत्रण रखने वाले फ़िलिस्तीनी संगठन हमास ने सोमवार को अंतिम 13 इज़राइली बंधकों को रिहा कर दिया। इससे कुछ घंटे पहले ही उसने सात अन्य बंधकों को भी आज़ाद किया था।
टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, इन 13 बंधकों को स्थानीय समयानुसार दोपहर के आसपास अंतर्राष्ट्रीय मानवीय संस्था रेड क्रॉस को सौंपा गया, जिसने बाद में उन्हें इज़राइली रक्षा बलों (IDF) को सुरक्षित रूप से सौंप दिया।
रिहा किए गए 13 बंधकों में शामिल हैं:
एल्काना बाहबोट
अविनाटन ओर
योसेफ-हैम ओहाना
एविएटर डेविड
रोम ब्रास्लावस्की
सेगेव कल्फ़ॉन
निम्रोद कोहेन
मैक्सिम हरकिन
ईटन हॉर्न
मटन जांगौकर
बार कुपरशेटिन
डेविड कुनेओ
एरियल कुनेओ
इससे पहले रिहा किए गए सात बंधकों की तरह ही, इन सभी को भी मानवीय प्रक्रिया के तहत रेड क्रॉस के ज़रिए छोड़ा गया।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 को लगभग 1,000 हमास लड़ाके इज़राइली सीमा में घुस आए थे और उन्होंने भीषण हमला किया था। इस हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 251 को बंधक बना लिया गया। यह हमला 1948 में इज़राइल की स्थापना के बाद से अब तक का सबसे घातक हमला माना गया।
इसके जवाब में, इज़राइल ने 8 अक्टूबर को गाज़ा में बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया। इस संघर्ष में अब तक गाज़ा में 67,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और लगभग 1,70,000 घायल हुए हैं।
पिछले दो वर्षों में कई बार अस्थायी युद्धविराम लागू किए गए, जिनके दौरान हमास ने कुछ बंधकों को रिहा किया। हालांकि, अब तक अनुमान था कि लगभग 40 बंधक उनके कब्ज़े में हैं, लेकिन हमास के अनुसार उनमें से केवल 20 ही जीवित थे।
29 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाज़ा में संघर्ष विराम के लिए एक नई योजना पेश की, जिसे इज़राइल और हमास दोनों ने स्वीकार किया। इसके बाद पिछले शुक्रवार से गाज़ा में युद्धविराम लागू है।
युद्धविराम के लागू होने के कुछ ही दिनों में हमास ने पहले सात और फिर शेष 13 बंधकों को रिहा कर दिया। इस रिहाई के साथ ही अब गाज़ा में कोई भी इज़राइली बंधक नहीं बचा है।
स्रोत: टाइम्स ऑफ़ इज़राइल