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इजराइल की सेना ने बृहस्पतिवार को बताया कि फलस्तीनी उग्रवादियों ने गाज़ा में रेडक्रॉस को दो ताबूत सौंपे, जिनमें मृत बंधकों के अवशेष भरे हुए थे। यह कार्रवाई इस क्षेत्र में जारी संघर्ष के बीच मानवाधिकार और मानवीय राहत प्रयासों का हिस्सा मानी जा रही है।
संघर्षविराम की शुरुआत के बाद से अब तक उग्रवादियों ने कुल 15 बंधकों के अवशेष लौटा दिए हैं, जबकि 13 अन्य बंधकों के अवशेष अभी बरामद किए जाने बाकी हैं। यह पहल उन परिवारों के लिए थोड़ी राहत लेकर आई है, जिनके प्रियजन इस हिंसा में फंसे हुए थे या लापता थे।
दस अक्टूबर से शुरू हुए संघर्षविराम का मुख्य उद्देश्य इजराइल और हमास चरमपंथी समूह के बीच अब तक लड़े गए सबसे घातक और विनाशकारी युद्ध को समाप्त करना है। युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में नागरिक और सैनिक दोनों पक्षों के हताहत हुए हैं, और मानवाधिकार संगठनों ने इस क्षेत्र में मानवीय संकट पर चिंता व्यक्त की है।
इजराइल की सेना और अंतर्राष्ट्रीय संगठन इस समय बंधकों की सुरक्षा, उनकी वापसी और मृतक अवशेषों की पहचान पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। रेडक्रॉस जैसी एजेंसियां दोनों पक्षों के बीच संपर्क का काम कर रही हैं ताकि अवशेषों और बंधकों की वापसी मानवीय और सुरक्षित तरीके से हो सके।
यह कदम संघर्षविराम के बाद मानवीय राहत की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जिससे युद्ध पीड़ितों और उनके परिवारों को थोड़ी सांत्वना मिल सके।
