आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
चिली के राष्ट्रपति पद के चुनाव में धुर रूढ़िवादी उम्मीदवार जोस एंतोनियो कास्ट ने अपनी प्रतिद्वंद्वी एवं सत्तारूढ़ मध्य-वामपंथी गठबंधन की उम्मीदवार को शिकस्त देकर बड़ी जीत हासिल की।
कास्ट की जीत ने देश में 35 वर्षों के लोकतंत्र के दौरान अब तक की सबसे दक्षिणपंथी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
कास्ट को 58.2 प्रतिशत वोट मिले। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने बढ़ते अपराध पर सख्त कदम उठाने, लाखों अवैध प्रवासियों को देश से निर्वासित करने और कमजोर अर्थव्यवस्था को फिर से रफ्तार देने का वादा किया था, जिसे मतदाताओं का व्यापक समर्थन मिला।
कास्ट की प्रतिद्वंद्वी एवं कम्युनिस्ट उम्मीदवार जेनेट जारा को 41.8 प्रतिशत वोट मिले। नतीजों की तस्वीर साफ होने के बाद जारा ने कास्ट को फोन कर अपनी हार स्वीकार की और उन्हें जीत के लिए बधाई दी।
कास्ट की जीत की घोषणा के बाद उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। वे सड़कों पर उतर आए, खुशी से झूमने लगे, उनके समर्थन में नारे लगाए और वाहनों के हॉर्न बजाए।
मतदान समाप्त होने के दो घंटे से भी कम समय में कास्ट को विजयी घोषित कर दिया गया। उनके प्रचार अभियान के प्रवक्ता आर्तुरो स्कुएला ने कहा कि उनकी पार्टी चिली में जारी संकटों से निपटने की ‘‘बड़ी जिम्मेदारी’’ को लेकर गंभीर है।