अंडमान में लग्जरी रिजॉर्ट बनाने में 12 कंपनियों ने दिखाई रुचि

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 14-10-2025
12 companies have shown interest in setting up luxury resorts in Andaman.
12 companies have shown interest in setting up luxury resorts in Andaman.

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह एकीकृत विकास निगम लिमिटेड (एएनआईआईडीसीओ) को द्वीपसमूह में आकर्षक स्थानों पर सार्वजनिक निजी भागीदारी आधार पर 5-सितारा इको-टूरिज्म रिसॉर्ट्स के डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन, हस्तांतरण (डीबीएफओटी) के लिए अग्रणी आतिथ्य डेवलपर और निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।

अंडमान एवं निकोबार प्रशासन ने शहीद द्वीप (नील द्वीप), पोर्ट ब्लेयर में मेगापोड रिजॉर्ट, उत्तर एवं मध्य अंडमान में एवेस द्वीप, लॉन्ग आइलैंड और स्मिथ द्वीप के लिए डीबीएफओटी आमंत्रित किए हैं।
 
एएनआईआईडीसीओ की प्रबंध निदेशक चंचल यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हमें अभी तक अच्छी प्रतिक्रिया मिली है जिसमें शहीद द्वीप परियोजना के लिए पांच बोलियां, मेगापोड रिसॉर्ट पुनर्विकास के लिए चार बोलियां, एवेस द्वीप के लिए दो बोलियां और लॉन्ग आइलैंड के लिए एक बोली शामिल है।’’
 
केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को 12 बोलियां प्राप्त हुई हैं। बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि छह अक्टूबर थी।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ अभी इन बोलियों का तकनीकी मूल्यांकन किया जा रहा है। तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन पूरा होने के बाद सबसे अधिक बोली लगाने वाले को काम सौंपा जाएगा। मेगापोड रिजॉर्ट पुनर्विकास तीन वर्ष के भीतर पूरा होने की उम्मीद है, जबकि द्वीप परियोजनाओं की अनुमानित समय-सीमा चार वर्ष है।’’
 
पांच स्थानों में से एवेस द्वीप एक ऐसा द्वीप है जहां कोई आबादी आवास नहीं करती है। यह संभवतः पहली बार है कि स्थानीय प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के द्वीप को खोलने का फैसला किया है।
 
एवेस एक छोटा और सुंदर द्वीप है जिसे इसके हरे-भरे नारियल के बागानों के कारण नारियल द्वीप के नाम से भी जाना जाता है।
 
केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने इसके अलावा 14 और द्वीपों के समग्र विकास के लिए भी निविदाएं आमंत्रित की हैं।
 
गौरतलब है कि अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में 2024 में घरेलू यात्रियों की संख्या में 120 प्रतिशत और विदेशी पर्यटकों की संख्या में 27 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई थी।